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    • 01 की मौत 
    • 46 नये संक्रमित 
    • 9,413 की टेस्टिंग 
    • 9,022 की अब तक मौत 

    नागपुर. अनलॉक के साथ ही लोगों की लापरवाही बढ़ती जा रही है. स्थिति यह है कि बाजारों में भीड़ देखने लायक हो गई है. कुछ जगह तो पैर रखने तक की जगह नहीं है. सोशल डिस्टेंसिंग की सरेआम धज्जियां उड़ाईं जा रही हैं. शादियों में मनमर्जी के मेहमान आ रहे हैं. मास्क के बिना भी लोग घूमने लगे हैं. डॉक्टरों का अनुमान है कि लापरवाही इसी तरह जारी रही तो जुलाई मध्य के बाद कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ सकती हैं. वहीं डेल्टा प्लस वेरिएंट के महाराष्ट्र में 21 मरीज मिलने से सरकार भी सतर्क हो गई है. 

    नये वेरिएंट से बच्चे ज्यादा प्रभावित हो सकती हैं. यही वजह है कि प्रशासन के निर्देश के बाद मेडिकल, मेयो और एम्स में तैयारी शुरू हो गई है. तीनों जगह मिलाकर करीब 300 बेड की व्यवस्था की जा रही है. डॉक्टरों का कहना हैं कि जिन घरों में बच्चे हैं, उन अभिभावकों द्वारा जल्द से जल्द वैक्सीन लगाना चाहिए. वैक्सीन लगाकर बच्चों को सुरक्षित किया जा सकता है. साथ ही बच्चों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. किसी भी बीमारी में विशेषज्ञों की सलाह अनिवार्य है.

    नये मरीजों के इलाज के लिए अलग वार्ड के आदेश 

    सिटी के डॉक्टरों ने चर्चा के दौरान बताया कि आईआईटी कानपुर की रिपोर्ट पर सभी की नजरें टीकीं हुई है. पिछले वर्ष की संस्थान ने जो रिपोर्ट दी थी, वह सटीक बैठी थी. इस बार जुलाई में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने और अगस्त के बाद एक बार फिर से लॉकडाउन की स्थिति बनने का रिपोर्ट में कहा गया है. रिपोर्ट में अधिकाधिक टीकाकरण पर भी विशेष जोर दिया गया है. टीकाकरण से वाइरस की तीव्रता को रोका जा सकता है.

    रिपोर्ट के अनुसार भले ही इस बार कोरोना का असर ज्यादा दिनों तक न रहे, लेकिन संक्रमण तेजी से फैल सकता है. इस बीच गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने डेल्टा प्लस के मरीज मिलने वाले जिलों में मरीजों को भर्ती करने के लिए पृथक वार्ड बनाने के आदेश दिये है. फिलहाल विदर्भ में अब तक नये वेरिएंट का कोई भी मरीज सामने नहीं आया है. 

    कोई मौत नहीं, पॉजिटिव बढ़े  

    इस बीच जिले में चौबीस घंटे के भीतर 9,413 लोगों की जांच की गई. इसमें 46 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है. पिछले 3-4 दिनों से 30 से ज्यादा पॉजिटिव नहीं मिल रहे थे लेकिन टेस्टिंग बढ़ने के साथ ही मरीज भी बढ़ गये. हालांकि चौबीस घंटे के भीतर जिले में किसी भी मरीज की मौत नहीं हुई. एकमात्र मौत अन्य जिले के मरीज की हुई. अब तक कोरोना की वजह से 9,022 लोगों की जान जा चुकी है. वहीं 4,76,870 पॉजिटिव हो चुके है. बीमारी से बचने के लिए अगले कुछ दिनों तक सावधानी बेहद जरूरी है.