नई विभागीय आयुक्त ने संभाला पदभार, कहा-जनता को तत्काल प्रतिसाद दें

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    • विकास कार्यों की समय सीमा का पालन हों

    नागपुर. जनता की परेशानियों को प्राथमिकता देकर उन्हें सुलझाने के लिए राजस्व प्रणाली के माध्यम से मिलने वाला प्रतिसाद महत्वपूर्ण है. इसके लिए विकास कार्यों की समय सीमा का पालन करें. नई विभागीय आयुक्त प्राजक्ता लवंगारे-वर्मा ने बुधवार को अपना पदभार संभाला. इसके बाद उन्होंने आयुक्तालय के सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में यह बात कही.

    जनहित के कार्यों को प्राथमिकता से करें

    उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग सरकार का चेहरा है और अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने दिन-प्रतिदिन के कार्यों के माध्यम से लोगों को अधिक लोकोन्मुखी और प्रभावी प्रशासन देने को प्राथमिकता देनी चाहिए. नागपुर संभाग ने कोरोना काल में बहुत अच्छी योजना बनाई थी. इससे कोरोना के मामलों को कम करने में मदद मिली.

    विभाग को प्राकृतिक आपदाओं के समय इसी तरह से काम करने की जरूरत है. उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि अधिकारियों द्वारा निर्धारित कार्य समय सीमा के भीतर किया जाए. संभाग आयुक्तालय एक नियंत्रण अधिकारी की भूमिका में नहीं होना चाहिए. सभी अधिकारी और कर्मचारी स्वेच्छा से जिला स्तरीय प्रणाली के पूरक के रूप में कार्य करने की पहल करें. 

    समीक्षा बैठक भी ली

    इसके बाद उन्होंने विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा की. श्रीमती वर्मा ने दिन-प्रतिदिन के कार्यों में आने वाली समस्याओं, लंबित मुद्दों और विभाग प्रमुख द्वारा उनके समाधान के लिए की जा रही कार्रवाई की जानकारी ली. इस दौरान अतिरिक्त आयुक्त संजय धिवरे, राजस्व उपायुक्त मिलिंद सालवे, उपायुक्त चंद्रभान पराते, शैलेंद्र  मेश्राम, धनंजय सुटे, अंकुश केदार, रमेश आडे, राजलक्ष्मी शहा, रेश्मा माली के आलवा सहायक आयुक्त व विभाग प्रमुखों की उपस्थिति रहीं. 

    कई विभागों का अनुभव

    भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2001 बैच की सनद अधिकारी प्राजक्ता लवंगारे-वर्मा ने अपनी प्रशासनिक सेवा औरंगाबाद जिले के वैजापुर से प्रांतीय अधिकारी के रूप में शुरू की. मराठी भाषा विभाग की सचिव के रूप में कार्यरत वर्मा को सरकार ने नागपुर संभाग का संभागीय आयुक्त नियुक्त किया था. वह नागपुर मंडल की पहली महिला आयुक्त हैं.

    वर्मा इससे पहले अहमदनगर जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी, धुले की जिला कलेक्टर, सूचना एवं जनसंपर्क महानिदेशालय की महानिदेशक, बिक्री कर की संयुक्त आयुक्त, मुख्य सचिव, राज्य आबकारी विभाग, सिडको के संयुक्त प्रबंध निदेशक, आयुक्त कार्यालय में संयुक्त सचिव के पदों पर कार्य कर चुकी हैं. उन्हें सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के साथ-साथ जन-उन्मुख प्रशासन के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए भी श्रेय दिया गया है.