नागपुर. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को मिली जान से मारने की धमकी के प्रकरण की जांच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी है. सरकार से हरी झंडी मिलते ही सोमवार को मुंबई से एनआईए की टीम नागपुर पहुंच गई. अपराधी जयेश कांथा उर्फ सलीम शाहिर उर्फ जयेश पुजारी के खिलाफ बेंगलुरु में भी एक एफआईआर दर्ज होने की जानकारी सामने आई है.
ज्ञात हो कि कांथा ने 14 जनवरी और 21 मार्च को गडकरी के कार्यालय में फोन किया था. उन्हें बम से उड़ाने की धमकी देकर करोड़ों रुपये की फिरौती मांगी थी. इस प्रकरण में सिटी पुलिस ने 28 मार्च को उसे गिरफ्तार कर नागपुर लाया गया था. कांथा ने पूछताछ के दौरान कई सनसनीखेज खुलासे किए जिससे पता चला कि वह आतंकी संगठनों से जुड़ा था. आतंकी साजिशों और बम धमाकों में जेल में बंद आतंकियों ने ही उसका ब्रेन वॉश किया था.
धर्म परिवर्तन के साथ-साथ उसे आतंकी गतिविधियों में भी शामिल किया गया. लश्कर-ए-तैयबा के साउथ डिवीजन के प्रमुख कैप्टन नासिर ने उसे ऑनलाइन बम बनाने की ट्रेनिंग दी थी. इसके अलावा बेंगलुरु में बम धमाकों को अंजाम देने वाले अफसर पाशा और आतंकी फहद खोया से भी उसके तार जुड़े थे. आतंकी लिंक खोजने के लिए ही प्रकरण की जांच एनआईए को सौंपी गई.
सोमवार को नागपुर में दाखिल होते ही टीम धंतोली पुलिस स्टेशन पहुंची. अब तक हुई जांच के दस्तावेज लिए गए. इन दस्तावेजों की जांच की जा रही है. वैसे पहले ही सीपी अमितेश कुमार करीब 100 पन्नों की विस्तृत रिपोर्ट गृह मंत्रालय को भेज चुके हैं. कांथा के खिलाफ बेंगलुरु में भी मामला दर्ज हुआ है. जनवरी महीने में दी गई धमकी के मामले में भी पुलिस उसके खिलाफ यूएपीए के तहत मामला दर्ज करने वाली है. इस मामले में एनआईए कांथा को गिरफ्तार कर सकती है.