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    नागपुर. मनपा के निकट भविष्य में होने जा रहे आम चुनाव के लिए राज्य सरकार के मंत्रिमंडल ने मुंबई छोड़कर अन्य महानगर पालिका के लिए भले ही 3 सदस्यीय प्रभाग पद्धति से चुनाव कराने को हरी झंडी दी हो लेकिन इस फैसले के खिलाफ तमाम राजनीतिक दलों की ओर से रोष जताया जा रहा है. यहां तक कि लगातार वार्ड पद्धति या फिर केवल 2 सदस्यीय पद्धति से चुनाव कराने सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है. सोमवार को विभिन्न दलों के नेताओं ने एकसाथ मिलकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नाम जिलाधिकारी को इस संदर्भ में पत्र सौंपा. एक सदस्यीय वार्ड पद्धति कृति समिति स्थापन कर सरकार के फैसले का विरोध किया जा रहा है. शिष्टमंडल का मानना था कि 31 दिसंबर 2019 को सरकार ने स्वयं बहुसदस्यीय पद्धति रद्द की थी. साथ ही एक सदस्यीय वार्ड पद्धति से चुनाव कराने का निर्णय लिया था किंतु अब अचानक निर्णय बदलने से सभी सकते में है.

    संभ्रम की स्थिति

    शिष्टमंडल का मानना था कि एक ओर राज्य सरकार ने उक्त निर्णय लिया, वहीं राज्य चुनाव आयोग की ओर से 25 अगस्त 2021 को जारी अधिसूचना के अनुसार मनपा आयुक्त को एक सदस्यीय वार्ड पद्धति से प्रारूप प्रभाग रचना तैयार करने की हिदायत दी है. राज्य चुनाव आयोग के आदेशों के अनुसार 27 अगस्त 2021 से प्रारूप प्रभाग रचना का प्रस्ताव तैयार करने का काम शुरू हो चुका है. प्रभाग रचना का काम अंतिम चरण में होने के बावजूद अचानक राज्य मंत्रिमंडल ने निर्णय बदल दिया है. मुख्य रूप से राज्य सरकार ने मुंबई के लिए 1 सदस्यीय वार्ड पद्धति रखी जबकि अन्य मनपा के लिए अलग निर्णय लिया. इस तरह से भेदभावपूर्ण और अन्यायकारक निर्णय लिया गया है. 

    छोटे राजनीतिक दलों को खत्म करने का षडयंत्र

    शिष्टमंडल ने कहा कि बहुसदस्यीय प्रभाग पद्धति केवल बड़े राजनीतिक दलों के लिए सुविधाजनक है. छोटे दलों की आर्थिक क्षमता कमजोर होने से 3 सदस्यीय प्रभाग पद्धति में लड़ना, उनके लिए संभव नहीं हो पाता है. यहां तक कि निर्दलीय के रूप में लड़ना किसी के लिए संभव नहीं होता है. इस तरह से भारतीय संविधान द्वारा दिए गए अधिकारों का भी उल्लंघन होता है. 3 सदस्यीय प्रभाग पद्धति केवल छोटे दलों को समाप्त करने के लिए किया गया षडयंत्र है.  इसके अलावा बड़ा प्रभाग होने से लोगों की समस्याओं का निवारण नहीं हो पाता है. 

    मनपा के विपक्षी दल ने भी पारित किया प्रस्ताव

    उल्लेखनीय है कि हाल ही में शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष विकास ठाकरे की अध्यक्षता में हुई बैठक में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने 3 सदस्यीय प्रभाग पद्धति का विरोध कर प्रस्ताव पारित किया था. इसी तरह अब मनपा में विपक्षी दल कांग्रेस ने विपक्षी नेता तानाजी वनवे के नेतृत्व में पार्षदों ने भी इसी तरह का प्रस्ताव पारित किया. जिसमें 2 सदस्यीय प्रभाग पद्धति लागू करने की मांग की गई. बैठक में सूचक के रूप में पार्षद कमलेश चौधरी ने प्रस्ताव रखा जबकि पार्षद किशोर जिचकार ने अनुमोदन किया.