नागपुर. कोरोना महामारी के कारण लगाई गई पाबंदी में छूट देते हुए मिशन बिगिन अगेन अंतर्गत परिवहन व्यवस्था को भी पटरी पर लाने के निर्देश जारी किए गए. यहां तक कि मनपा की आपली बस का भी संचालन शुरू होने को अब एक माह से अधिक का समय हो गया. किंतु बसों में यात्रा के दौरान नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए परिवहन समिति अब नींद से जाग रही है.
इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शहर में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार कम होने के इस दौर में समिति सभापति बाल्या बोरकर की ओर से बिना मास्क आपली बस में प्रवेश नहीं देने के निर्देश जारी किए गए. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सुरक्षा के उपायों और नियमों का पूरी तरह से पालन होना चाहिए.
ड्राइवर-कंडक्टर पर भी जुर्माना
बोरकर ने कहा कि चालक और कंडक्टर को भी मास्क लगाना अनिवार्य है. ऐसा नहीं होने पर उन पर 100 रु. का जुर्माना ठोंकने के निर्देश भी परिवहन विभाग को दिए. आपली बस के ड्राइवर, कंडक्टर, चेकर्स को गणवेश पहनना भी अनिवार्य किया गया है. अत: सभी कर्मचारियों को गणवेश उपलब्ध कराने के निर्देश संबंधित कम्पनियों को दिए.
आपली बस की आय को बढ़ाने के संदर्भ में उन्होंने कहा कि कोरोना के कारण मनपा की आय पर काफी विपरीत असर पड़ा है. इन परिस्थितियों में आपली बस द्वारा आय बढ़ाने की जिम्मेदारी चेकर्स और कंडक्टर्स पर है. सभी को जिम्मेदारी पूर्वक कार्य करने की अपील भी उन्होंने की.
सेवानिवृत्त अधिकारियों के भरोसे विभाग
उल्लेखनीय है कि मनपा की सेवा से सेवानिवृत्त हुए रवीन्द्र पागे और अरूण पिपरूडे को परिवहन विभाग में पुन: सेवा में शामिल किया गया है. दोनों को कार्यालय के बाहर निकलना संभव नहीं होने के कारण अब उनकी एक समिति का गठन कर किसी भी तरह की कार्रवाई होने के बाद दोषियों की सुनवाई के लिए दोनों अधिकारियों की एक समिति का गठन किया गया.
मनपा मुख्यालय में बैठकर दोनों अधिकारी आपली बस के ड्राइवर और कंडक्टर के खिलाफ होनेवाली कार्रवाई के बाद की प्रक्रिया में न्याय के रूप में कर्मचारियों को सुनवाई का मौका देंगे. मामले का अध्ययन कर फैसले भी देंगे. दोषी पाए जाने पर कर्मचारियों को बर्खास्त करने का अधिकार भी इन अधिकारियों को दिया गया. इतनी बड़ी जिम्मेदारी सेवानिवृत्त अधिकारियों को दिए जाने पर मनपा में आश्चर्य जताया जा रहा है. जबकि परिवहन विभाग में अधिकारियों की फौज है.