Nagpur Jail

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    नागपुर. सिटी पुलिस द्वारा बुधवार को की गई सनसनीखेज कार्रवाई के बाद अब सेंट्रल जेल के अन्य रक्षक भी रडार पर आ गए हैं. एक रक्षक कैदियों को गांजा, मोबाइल, कपड़े और खाद्य पदार्थ पहुंचाने का काम कर रहा था. वह कैदियों का सबसे खास कर्मचारी बन गया था. इस मामले में 2 जेल रक्षकों समेत 5 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. पकड़े गए आरोपियों में जेल रक्षक अंजिक्य सुभाष राठौड़ (30), हवलदार प्रशांत दगड़ू राठौड़ (55), मिरे लेआउट, उमरेड रोड निवासी श्रीकांत चिंगा महादेवराव थोरात (35), रघुजीनगर पुलिस क्वार्टर निवासी गोपी उर्फ गोपाल पुरुषोत्तम पराले (30) और साईंबाबानगर खरबी निवासी राहुल उर्फ भैरव प्रमोद मेंढेकर (28) का समावेश है. पुलिस ने पांचों को गुरुवार दोपहर न्यायालय में पेश किया. अदालत ने सभी को 5 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में रखने के आदेश दिए हैं. 

    4 वर्षों से कैदियों का खास

    अजिंक्य मूलत: पुसद ( जि. यवतमाल) का रहने वाला है. पिछले 4 वर्षों से वह जेल में बंद कैदियों का सबसे खास था. उसके कहने पर ही जेल के बाबा (वार्डन कैदी) अन्य कैदियों से ऑर्डर लेते थे. ऑर्डर के अनुसार ही माल पहुंचाने का रेट कार्ड तैयार कर रखा था. कैदी जो चाहते थे उन्हें मिल जाता था. पहले एक अन्य रक्षक अजिंक्य के साथ काम करता था लेकिन कार्रवाई के डर से वह दूर हो गया. इसके बाद अजिंक्य ने प्रशांत को अपने गिरोह में शामिल किया. दोनों मिलकर ही काम करते थे. इसके अलावा जेल के वाशिंग सेंटर में काम करने वाले कैदी भी बाहर खबरें पहुंचाने का काम कर रहे थे. वहीं फ्रूट का ठेला लगाने वाला एक दूकानदार अपराधियों का मैसेंजर बना हुआ था. 

    कॉल रिकॉर्ड की बारीकी से जांच

    सीपी अमितेश कुमार को खबर मिली थी कि फिर से कैदी जेल में मोबाइल फोन चला रहे हैं. अलग-अलग लोगों जरूरत के हिसाब से कॉल किया जा रहा है. उन्होंने क्राइम ब्रांच के यूनिट-2 को जांच करने के आदेश दिए. मिले नंबर की कॉल डिटेल्स खंगालने पर श्रीकांत चिंगा, गोपी और भैरव का पता चला. गोपी खुद पुलिसकर्मी का भाई है. उसके खिलाफ गंभीर मामले दर्ज हैं और पुलिस क्वार्टर में ही रहता है. पुलिस ने तीनों को हिरासत में लिया तो अजिंक्य और प्रशांत का नाम सामने आया. जेल के बाबा और अन्य कर्मचारियों से भी पूछताछ की जानी है. 

    निषेध वासनिक भी नपेगा

    पुलिस सूत्रों का दावा है कि क्रिप्टो करंसी इथेरियम फ्राड की धोखाधड़ी और हत्या के मामले में पकड़ा गए चर्चित अपराधी निषेध वासनिक ने जेल के भीतर जबरदस्त सेटिंग जमाई है. जांच के दौरान तो पुलिस को उसके पास से मोटी रकम नहीं मिली, लेकिन बताया जाता है कि वह जेल में लाखों रुपये बांट रहा है. इतना पैसा आखिर उसे पहुंचा कौन रहा है? लोगों को करोड़ों रुपये का चूना लगाकर वासनिक ने सारा माल पचा लिया. पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा. इससे साफ है कि वासनिक के लिए बाहर भी कोई सेटिंग कर रहा है. वह अपने प्रकरण में गवाहों को भी प्रभावित करने का काम कर रहा है लेकिन इसके कोई ठोस सबूत पुलिस को नहीं मिले हैं. जल्द ही पुलिस निषेध वासनिक और उसके साथी वैभव तांडेकर को भी कोर्ट की अनुमति लेकर गिरफ्तार करेगी.