नागपुर. गरीब लोगों को राहत देने के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही महात्मा फुले जन स्वास्थ्य योजना शहर के अस्पतालों में कागजों में चल रही है. इस योजना के तहत करीब 900 से ज्यादा बीमारियों का इलाज किया जाता है. इसका खर्चा सरकार वहन करती है. लेकिन शहर के निजी अस्पतालों में यह योजना सिर्फ कागजों तक सीमित है. जब कोई मरीज निजी अस्पतालाें में इलाज के लिए जाता है तो उसे सरकारी अस्पताल में भेज दिया जाता है. जिससे हालात खराब होते नजर आ रहे हैं.
बता दें कि शहर में इस योजना के लिए करीब सरकारी व निजी मिलाकर कुल 38 अस्पतालों को चिन्हित किया गया है. लेकिन मरीजों को इस योजना का लाभ नहीं दिया जा रहा है. इस मामले में मरीजों ने जिम्मेदार अधिकारियों को शिकायत भी दर्ज कराई लेकिन कोई कार्रवाई न होने से अस्पताल संचालकों के हौसले बुलंद हैं.