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    नागपुर. शहर में हुई हत्या की वारदातों में ऑनलाइन शॉपिंग साइट से खरीदे गए हथियारों का उपयोग होने पर पुलिस विभाग ने ऑनलाइन हथियारों की बिक्री पर रोक लगाने के लिए कंपनियों को नोटिस जारी किया था. लेकिन जब फेसबुक पर हथियार बिकने लग जाएं तो असामाजिक तत्वों के हौसलों का अनुमान लगाया जा सकता है. सोमवार को ऐसा ही कुछ हुआ. जब एक ऑटो डीलर द्वारा बनाए गए एक फेसबुक पेज पर युवक ने पिस्तौल और कट्टों की फोटो डाली. इसमें सीधे देसी कट्टे और पिस्तौल बेचने की बात लिखी थी. इतना ही नहीं, उसने अपना नंबर भी डाल रखा था.

    चौंकाने वाले इस मामले की जानकारी पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार को भी मिली है और उन्होंने पुलिस को जल्द से जल्द जांच कर कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. हालांकि इसके पहले भी सोशल मीडिया पर वाहवाही लूटने के चक्कर में कई अपराधी सलाखों के पीछे जा चुके हैं. कट्टों और पिस्तौल के साथ वीडियो और फोटो अपलोड करके कई लोगों ने अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारी है.

    होम डिलीवरी का भी ऑप्शन 

    इस पोस्ट ने सभी को आश्चर्यचकित कर दिया है. फेसबुक पर नागपुर कार बाजार (सेल्स एंड पर्चेस ऑल व्हीकल) नामक ग्रुप है. शहर के अधिकांश ऑटो डीलर और सेकंड हैंड कार तलाश रहे करीब 8000 ग्रुप मेंबर भी हैं. इस ग्रुप में सोमवार की सुबह पिंटू हिरणवार नामक युवक ने पोस्ट डाली जिसमें पिस्टल, माउजर और देसी कट्टे की 4 तस्वीर थीं. पिंटू ने इसमें कैप्शन लिखा था कि देसी कट्टा पिस्तौल लेने के लिए संपर्क करें. साथ में मोबाइल क्र. (9394883931) भी डाला गया था. होम डिलीवरी करने का भी उल्लेख था. इस पोस्ट से मानों सभी ग्रुप मेंबर को सांप सूंघ गया हो. केवल इमरान शेख नामक युवक ने उससे दाम पूछा. 

    जांच में जुटी पुलिस

    इस पोस्ट से नागपुर कार बाजार ग्रुप में खलबली मच गई. इसकी जानकारी सीपी अमितेश कुमार तक पहुंची और उनका भी माथा ठनक गया. उन्होंने क्राइम ब्रांच को फेसबुक पोस्ट की पूरी जांच-पड़ताल कर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं. देर रात तक फेसबुक पोस्ट करने वाला पिंटू हिरणवार पुलिस के हाथ नहीं लगा था. अब यह पोस्ट उसी ने डाली है या केवल उसके नाम का उल्लेख किया गया, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है. फेसबुक के मार्केट प्लेस पर अनगिनत ठग सक्रिय हैं. जो लोगों के नाम पर वाहनों के फोटो पोस्ट करके ठगी को अंजाम देते हैं. क्या सही है और क्या गलत, यह तो पिंटू या संबंधित नंबर की छानबीन के बाद ही पता लग पाएगा.