नागपुर. वेकोलि, रेलवे और एसबीआई में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 2 दर्जन से ज्यादा बेरोजगार युवाओं को ठगने वाली शिल्पा राजीव पालपर्ती से ग्रामीण पुलिस की आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा कड़ी पूछताछ कर रही है. बताया जाता है कि मंगलवार को पुलिस दस्ते ने शिल्पा के अयोध्यानगर स्थित घर की तलाशी ली. जांच में अलग-अलग बैंक खातों की 10 पासबुक हाथ लगने की जानकारी है. कुछ दस्तावेज भी पुलिस के हाथ लगे हैं. इन दस्तावेजों की छानबीन पुलिस कर रही है.
शिल्पा ने अपना ठगी का धंधा बढ़ाने के लिए एजेंट को काम पर रखा था. उनमें से ही एक अमित कोवे भी था. अमित के जरिए उसने 12 युवाओं से 1 करोड़ रुपये से ज्यादा रकम जमा की थी. जब युवाओं को नौकरी नहीं मिली तो अमित पर दबाव बढ़ने लगा. उसने शिल्पा से लोगों की रकम वापस करने को कहा लेकिन वह टालमटोल करती रही. जनवरी महीने में ग्रामीण पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया.
एफआईआर होते ही अमित ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली. अब पुलिस पता लगा रही है कि उम्मीदवारों से ली गई रकम का शिल्पा ने क्या किया. वह तो अपने पास कोई राशि होने से इनकार कर रही है. पुलिस को जानकारी मिली है कि उसने अपने रिश्तेदारों के नाम पर कुछ संपत्ति खरीदी की है. पुलिस अब उससे जुड़े लोगों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी में है. शिल्पा के खिलाफ कई मामले दर्ज है. एक मामले में तो उसका पति, ससुर और सास भी आरोपी है. पुलिस संगठित अपराध को देखते हुए आरोपियों के खिलाफ मोका लगाने की भी तैयारी में है.
पहले विदेश में नौकरी का देती थी झांसा
शिल्पा पिछले 12 वर्षों से ठगी का धंधा कर रही है. वर्ष 2011 में भी उसके खिलाफ हुड़केश्वर थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ था. उस समय शिल्पा युवाओं को विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करती थी. करीब 21 युवाओं को हांगकांग में नौकरी दिलाने के नाम पर उसने लाखों का चूना लगाया था. इसके बाद उसने सिंगापुर और मलेशिया के नाम पर लोगों को ठगना शुरू किया.
लोगों को वीजा, वर्क परमिट और एयर टिकट के नाम पर ट्रैवल एजेंट के पास पैसा जमा करने को कहती थी. बाद में कुछ मजबूरी बताकर एजेंट से खुद रकम लेती थी. उसके चक्कर में कुछ ट्रैवल एजेंट पर भी गाज गिरी है. कुछ के खाते अब तक सीज है.