Dr Nidhi Chaudhary

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नागपुर. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। रोजाना लगभग सैकड़ों की संख्या में लोगों की मौतें और दस हजार से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं। इस महामारी को रोकने के लिए देश में लॉकडाउन लागू किया गया हैं। हालांकि इसमें कुछ रियायतें भी दी गई हैं। कोरोना काल में सरकार के सामने कई चुनौतियां खड़ी हुई हैं और आने वाले समय में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता हैं।

लॉकडाउन के दौरान नवभारत ने अपने पाठकों के लिए कोरोना से पैदा हुई हर चुनौतियों से अवगत कराने का प्रयास किया। इसके लिए राज्य के बड़े-बड़े राजनीतिज्ञों को नवभारत ई-चर्चा के माध्यम से रूबरू कराया। इस बार रायगड की कलेक्टर डॉ. निधि चौधरी ‘कोविड के पश्चात्: प्रशासनिक चुनौतियां’ विषय पर 11 जुलाई शाम 7:00 बजे, नवभारत ‘ई-चर्चा’ कार्यक्रम में, नवभारत के फेसबुक पेज पर लाइव होगी।

डॉ. निधि चौधरी राजस्थान के नागौर जिले की निवासी है। उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा जयपुर में पूरी की। उन्होंने लोक प्रशासन में पीएचडी प्राप्त की है। उन्होंने प्रशासनिक सेवा में आने से पहले कुछ समय के लिए रिजर्व बैंक के लिए भी काम किया। वह 2012 में भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल हुईं। वह महाराष्ट्र में तैनात थी।

उन्होंने प्रशासनिक सेवा में शामिल होने के बाद अपनी परिवीक्षा अवधि के दौरान कुछ समय के लिए डिप्टी कलेक्टर के रूप में कार्य किया। वह 1 सितंबर 2014 से 30 अप्रैल 2016 तक रायगढ़ जिले के पेण में अधिकारी के रूप में कार्यरत थी। साथ ही उन्होंने मुंबई-गोवा राजमार्ग पर पलस्पे से इंदापुर तक भूमि अधिग्रहण की जिम्मेदारी थी। 

इसके बाद, डॉ. चौधरी पालघर जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी और मुंबई नगर निगम के उपायुक्त भी रही। बाद में उन्हें उपायुक्त, जल आपूर्ति और स्वच्छता के रूप में नियुक्त किया गया। और बाद में उनकी रायगड जिला कलेक्टर के रूप में नियुक्ति हुई।