RTMNU, nagpur University

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    नागपुर. आरटीएम नागपुर विवि में वर्ग-१, वर्ग-२ और वर्ग-3 के कर्मचारियों को पदोन्नति देने के संबंध में पिछली दफा सीनेट की सभा में उप कुलपति ने आश्वासन दिया था लेकिन इस मुद्दे को सीनेट की कार्यसूची में शामिल नहीं किया गया. इसके बाद भी कार्यवृत में कार्यवाही पूर्ण होने का उल्लेख किये जाने पर सीनेट सदस्यों ने प्रशासन को आड़े हाथों लिया. सदस्यों का कहना था कि प्रशासन कर्मचारियों को गुमराह कर रहा है. गुरुवार को सीनेट की बैठक में कार्यवृत पर चर्चा के दौरान सदस्यों ने प्रशासन से पूछा कि उप कुलपति द्वारा आश्वासन देने के बाद भी इस मुद्दे को कार्यसूची में नहीं रखा गया.

    पिछली सीनेट बैठक में सदस्य स्मिता वंजारी ने इस पर प्रश्न पूछा था. तब बताया गया था कि वर्ग-1 और वर्ग-2 के कर्मचारियों को पदोन्नति दी गई है. वहीं वर्ग 3 के कर्मचारियों के पदोन्नति की कार्यवाही शुरू होने का उल्लेख किया गया था. इस पर सदस्य नितिन कोंगरे ने प्रशासन से पूछा कि कितने पद भरे गये. कितने उम्मीदवार थे और कितने पद रिक्त हैं. उप कुलपति इस पर संतोषप्रद जवाब नहीं दे सके. इससे साफ हो गया है कि पदोन्नति सेवा वरिष्ठता सूची में अनियमितता है. इस संबंध में बनी समिति में सदस्य नितिन कोंगरे व एड. मनमोहन बाजपेयी को शामिल किया गया.

    आस्थापना विभाग गंभीर नहीं 

    विवि में वर्ग-१ व वर्ग-२ में पदोन्नति देने के बाद भी ७ पद रिक्त हैं. दो अधिकारी सेवानिवृत्त हुये हैं. वहीं 3 अधिकारी पात्र होने के बाद भी पदोन्नति नहीं दी गई. वहीं दूसरी ओर वर्ग 3 में सेवा वरिष्ठता सूची में गड़बड़ी पाई गई है. इस विषय पर विवि के संगठन भी आक्रामक है लेकिन इस पर अब तक कार्यवाही नहीं की गई है. सलाह और शिकायत में ही आस्थापना शाखा लगा हुआ है. २००४ की सेवा वरिष्ठता सूची के अनुसार पहले पदोन्नति की कार्यवाही करने का निर्णय लिया गया था. इसके लिए कुछ शर्तें भी रखी गई है लेकिन डिग्री व अन्य शर्तों के बीच तालमेल नहीं होने से दोबार २००९ के अनुसार सेवा वरिष्ठता सूची तैयार करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है लेकिन इसमें ओबीसी सहित अन्य प्रवर्ग का नुकसान होगा. यही वजह रही कि दोनों संगठन के पदाधिाकरियों को समिति में शामिल करने का निर्णय लिया गया.