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  • सड़क पर उतरी गोरेवाड़ा की जनता, पानी के बाद अब स्ट्रीट लाइट की लड़ाई शुरू

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नागपुर. महानगर पालिका द्वारा विकास के दावों की पोल गोरेवाड़ा जनता ने एक बार फिर खोल दी. आजादी के 75 वर्षों के बाद भी परिसर में स्ट्रीट लाइट नहीं पहुंची हैं. ऐसे में रविवार शाम गोरेवाड़ा के नागरिकों ने दीया और मशाल जलाकर मनपा के खिलाफ नारेबाजी की. उल्लेखनीय है कि करीब 1 वर्ष पहले ही पाइपलाइन बिछाकर रखने के बाद भी गोरेवाड़ा में पीने का पानी सप्लाई नहीं किया जा रहा था. ऐसे में स्थानीय नागरिकों ने शहर कांग्रेस कमेटी के सचिव आनंद तिवारी के नेतृत्व में मनपा प्रशासन पर दबाव बनाकर वाटर सप्लाई शुरू करवाई. ऐसे में लोगों ने इसे पानी के बाद स्ट्रीट लाइट की लड़ाई कहते हुए मनपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. 

बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं लोग

स्थानीय नागरिकों ने एक स्वर में कहा कि मनपा ने हमें मूलभूत अधिकारों के लिए भी तरसा दिया. पूरा शहर एलईडी रोशनी से चमकाया जा रहा है जबकि गोरेवाड़ा के नागरिकों को एक स्ट्रीट लाइट नसीब नहीं हो रही है. इस दौरान मौजूद महिलाओं ने कहा कि यहां रात को सड़कों पर अंधेरा छाया रहता है. नौकरीपेशा महिलाओं को रात को घर लौटते समय हमेशा किसी न किसी अनहोनी का डर बना रहता है. हाल यह है कि स्ट्रीट लाइट न होने से महिलायें घर से बाहर नहीं निकल पाती. भला मनपा हमें आदिमकालीन दौर क्यों दिखा रही है.

पार्षदों की चुप्पी या मनपा की मनमानी

वहीं, तिवारी ने कहा कि सुनने में अजीब लगता हो लेकिन यह सही है कि 21वीं सदी में भी उप राजधानी का गोरेवाड़ा परिसर स्ट्रीट लाइट से अछूता है. मनपा ने यहां बिजली के खंभे लगा दिये लेकिन स्ट्रीट लाइट भूल गई. विकास के नाम पर छाती पीटने वाली भाजपा नीत मनपा को गोरेवाड़ा परिसर के नागरिकों की मूलभूत जरूरतें भी नहीं दिख रही. जबकि यहां उन्हीं की पार्टी से पार्षद है. लगता है कि या तो मनपा अपने खुद के पार्षदों की नहीं सुनती या फिर पार्षद ही चुप्पी साधकर बैठे हैं क्योंकि अभी चुनावों की तारीख नहीं आई है. तारीख आते ही पार्षद एक्टिव हो जायेंगे.

अब महापौर कार्यालय में जलायेंगे दीये

तिवारी ने कहा कि गोरेवाड़ा की जनता मनपा के खोखले विकास की पोल खोल रही है. इसलिए यहां के नागरिकों को तरसाया जा रहा है. हमारी चेतावनी है कि यदि 15 दिनों के भीतर गोरेवाड़ा क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट नहीं लगाये गये तो हम सिविल लाइन्स में मनपा मुख्यालय में महापौर के ऑफिस के सामने दीये जलाकर अपनी व्यथा बतायेंगे. इस दौरान विशाखा सोसाइटी, सबिना सोसाइटी, निर्मलनगर, नर्मदा सोसाइटी, नटराज सोसाइटी, दीपाली सोसाइटी, जूनी बस्ती, गोरेवाड़ा मेन रोड, रिंग रोड, माधवनगर समेत स्ट्रीट लाइट के अभाव से जूझ रही अन्य बस्तियों के नागरिकों की उपस्थिति रही. इनमें आनंद तिवारी के अलावा अमित लांजेवार, गजानन येवले, सौरभ उपाध्याय, इमरान सैयद, आनंदी लांजेवार, नंदिनी लांजेवार, मीनाक्षी लांजेवार, नरेश तिवारी, अखिलेश नेरले, स्नेहल लांजेवार, प्रणिता लांजेवार, राजू वानखेड़े, शरद चौधरी, शरण्या लांजेवार, सैयद अजीन, करण मिश्रा आदि शामिल रहे.