रेल अधिकारियों के हाथ-पांव फूले; वंदे भारत को PM दिखाएंगे हरी झंडी, स्टेशन को चमकाना हुआ शुरू

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    नागपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 दिसंबर को समृद्धि महामार्ग के साथ ही उनके ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल वंदे भारत रेल प्रोजेक्ट का तोहफा बिलासपुर-नागपुर-बिलासपुर वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे. यह ट्रेन नागपुर स्टेशन से दोपहर 14.15 बजे रवाना की जा सकती है.

    सूत्रों के अनुसार, सोमवार शाम पीएम मोदी के कार्यक्रम में जुड़ते ही नागपुर से लेकर मुंबई और बिलासपुर तक हलचल मच गई. ज्ञात हो कि इस ट्रेन के मेंटेनेंस से लेकर परिचालन की जिम्मेदारी दक्षिण-पूर्व-मध्य रेल बिलासपुर को सौंपी गई है. लेकिन नागपुर स्टेशन मध्य रेल मुंबई जोन के नागपुर मंडल के अधिकार क्षेत्र में आता है. ऐसे में जोन और मंडल के रेल अधिकारियों में हड़कम्प मच गया.

    9 व 10 को ट्रायल संभव

    ट्रेन के शुभारंभ को केवल 5 दिन बाकी हैं लेकिन अभी तक एसईसीआर जोन को ट्रेन का रैक नहीं मिला है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार, 8 दिसंबर को वंदे भारत का रैक मिलेगा. ज्ञात हो कि वर्तमान में देश में दौड़ रही वंदे भारत एक्सप्रेस को बिना ट्रायल शुरू नहीं किया गया है. ऐसे में बिलासपुर-नागपुर-बिलासपुर वंदे भारत एक्सप्रेस का ट्रायल 9 और 10 दिसंबर को संभव है. हालांकि अभी तक अप और डाउन रूट के लिए ट्रेन का नंबर जारी नहीं किया गया है. लेकिन पीएम द्वारा उद्घाटित की जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस के कर्मचारियों की स्पेशल ट्रेनिंग शुरू हो चुकी है. 

    अचानक शुरू हुई स्टेशन की धुलाई-सफाई

    शाम 5 बजे तय हुआ कि पीएम मोदी बिलासपुर-नागपुर-बिलासपुर वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन करेंगे. बस, इतनी सूचना मिलते ही नागपुर स्टेशन पर अचानक इमारत और परिसर की धुलाई और साफ-सफाई शुरू कर दी गई. स्वच्छता को लेकर पीएम मोदी की सख्ती से हर कोई वाकिफ है. ऐसे में रेलवे ट्रैक से लेकर पूरे परिसर को चमकाना शुरू कर दिया गया है. जल्द ही मुंबई और बिलासपुर जोन के सभी वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा नागपुर में डेरा जमाने की जानकारी भी है. 

    क्या खास है वंदे भारत में 

    ज्ञात हो कि वंदे भारत पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से तैयार देश की पहली हाईस्पीड ट्रेन है. इसे चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) में तैयार किया गया है. इसकी अधिकतम गति 180 किमी प्रति घंटा हो सकती है. हालांकि नागपुर और बिलासपुर के बीच यह 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी. ट्रेन का संस्पेशन इतना जानदार है कि अपनी फुल स्पीड में दौड़ने के बाद भी ग्लास के पानी की एक बूंद तक नहीं छलकती है. इसे पहले ‘ट्रेन18’ का नाम दिया गया था क्योंकि इसे देश के इंजीनियरों ने रिकॉर्ड 18 महीने में तैयार कर दिया था. बाद में इसका नाम बदलकर वंदे भारत एक्सप्रेस कर दिया गया.