नागपुर. बेलतरोड़ी पुलिस ने तकनीकी जांच माध्यमों का उपयोग कर तमिलनाडु के 2 चोरों को पकड़ा. दोनों गूंगे-बहरे होने का नाटक करके चंदा मांगने के बहाने घरों की रेकी करते थे. मौका मिलते ही घर से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण चोरी करके फरार हो जाते थे. पकड़े गए आरोपियों में वेल्लोर, तमिलनाडु निवासी विश्वनाथन उमरूगन वसनधा (33) और मंजन गोविंदन (38) का समावेश है.
आरोपी ज्यादातर सुबह के वक्त घरों में चोरी करते थे. विशेष तौर पर आईटी कंपनियों में काम करने वाले युवक और छात्र इनके निशाने पर रहते थे. ज्यादातर छात्र सुबह घर का दरवाजा खोलकर ही पढ़ाई करते हैं. इसी बात का फायदा आरोपी उठाते थे. हाथ में मुकबधिर होने का सर्टिफिकेट लेकर आरोपी चंदा मांगने के बहाने घरों में जाते थे.
शनिवार की सुबह आरोपियों ने बेसा रोड पर हितांशू खटके (23) नामक छात्र के घर से 2 लैपटॉप, 1 मोबाइल, घड़ी चोरी कर लिए. घटना की जानकारी मिलते ही बेलतरोड़ी पुलिस जांच में जुट गई. परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई. आरोपी पैदल जिन-जिन रास्तों से गए उस मार्ग पर पीछा किया गया.
5 मोबाइल फोन भी मिले
आखरी लोकेशन मोमिनपुरा में था. पुलिस ने आसपास के लॉज मालिकों से पूछताछ की और 1 लॉज में दोनों आरोपी मिल गए. चोरी का माल भी आरोपियों के पास बरामद हुआ. पहले तो दोनों ने गूंगे-बहरे होने का नाटक किया लेकिन लॉज मालिक ने बताया कि दोनों बात कर सकते हैं. इसके बाद आरोपियों ने हिंदी-मराठी नहीं आने के कारण पूछताछ से बचते रहे लेकिन जैसे ही पुलिस के बॉजीराव की आवाज निकली आरोपी पोपट की तरह बोलने लगे. उनके पास से विविध कंपनियों के 5 मोबाइल फोन भी मिले हैं.
आरोपियों का कहना है कि ये मोबाइल अमरावती से चोरी किए हैं. न्यायालय ने दोनों को 6 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में रखने के आदेश दिए है. डीसीपी विजयकांत सागर और एसीपी गणेश बिरादार के मार्गदर्शन में इंस्पेक्टर चंद्रकांत यादव, एपीआई अनिल मेश्राम, हेड कांस्टेबल अविनाश ठाकरे, मिलिंद पटले, कमलेश गणेर, सुहास हिंगणे और प्रशांत सोनुलकर ने कार्रवाई को अंजाम दिया.