RTMNU, nagpur University

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    नागपुर. आरटीएम नागपुर विवि के सीनेट के 5 वर्ष का कार्यकाल बुधवार को पूरा हो गया. इसके साथ ही अब विविध संगठन अगले चुनाव की तैयारी में भी जुट जाएंगे लेकिन विवि प्रशासन द्वारा चुनाव को लेकर की जा रही तैयारियां फीकी हैं. फिलहाल केवल स्नातकों का ही पंजीयन हो सका है जबकि नियमानुसार नवंबर माह के अंत तक चुनाव कराया जाना आवश्यक है. विवि की लेटलतीफी और शताब्दी महोत्सव में अधिकारियों-कर्मचारियों की व्यस्तता के मद्देनजर चुनाव समय पर होंगे, यह उम्मीद नहीं है.

    विवि में सीनेट का लोकतांत्रिक ढांचा होता है. सीनेट में सभी वर्ग का समावेश होता है. ताकि उच्च शिक्षा व्यवस्था को समग्र बनाने के साथ ही विकास की दिशा को तय किया जा सके. सीनेट में होने वाले फैसले ही बाद में अमल में लाये जाते हैं. सदस्यों को अधिनियम के अनुसार अधिकार प्राप्त है. इसके तहत वे प्रशासन से प्रश्न पूछने के साथ ही विकास से संबंधित प्रस्ताव भी रख सकते हैं लेकिन इस बार की सीनेट में दो वर्ष कोरोना में निकल जाने की वजह से अनेक सदस्यों को अपनी बात रखने का मौका नहीं मिल सका.

    अब कम हो गई सदस्यों की संख्या

    सीनेट में करीब 75 सदस्य होते हैं. जबकि उप कुलपति सभागृह के मुखिया होते हैं. पहले की तुलना में नये यूनिवर्सिटी एक्ट के बाद लोकतांत्रिक ढांचे पर कैंची चलाई गई. परिणाम स्वरूप सदस्यों की संख्या भी कम हुई. अब कुल 75 सदस्य ही सीनेट में रह गये हैं. इनमें भी केवल 37 सदस्यों के लिए ही चुनाव होते हैं. बाकी सदस्य उप कुलपति, राज्यपाल मनोनीत होते हैं. इनमें 10 प्राध्यापक वर्ग से, 10 स्नातक वर्ग, 8 प्राचार्य वर्ग, 6 शिक्षा संस्था मैनेजमेंट और मात्र 3 सदस्य यूनिवर्सिटी टीचर्स वर्ग से होते हैं. चुनाव इन्हीं सीटों के लिए होता है. 

    बढ़ाना होगा काम की गति

    हालांकि विवि प्रशासन द्वारा चुनाव के लिए मतदाता सूची तैयार करने से पहले पंजीयन की प्रक्रिया शुरू की गई है. पहले दौर में स्नातक वर्ग के लिए नामांकन हुये. अब टीचर्स और मैनेजमेंट के लिए प्रक्रिया होगी. लेकिन जिस गति से प्रक्रिया चलनी चाहिए, उस गति से कार्य नहीं हो रहा है. इसकी एक वजह विवि प्रशासन द्वारा शताब्दी वर्ष के आयोजन में व्यस्त भी होना है. वहीं दूसरी ओर जनवरी में विवि द्वारा राष्ट्रीय कांग्रेस की भी मेजबानी की जानी है. यही वजह है कि समय पर चुनाव कराने को लेकर भी संदेह व्यक्त किया जा रहा है.