नागपुर. स्वतंत्र विदर्भ राज्य आंदोलन समिति द्वारा क्रांति दिवस के अवसर पर संविधान चौक पर धरना प्रदर्शन किया गया. इस दौरान भविष्य में पृथक विदर्भ आंदोलन को और अधिक तेज करने का निर्णय लिया गया. साथ ही वेरायटी चौक से लांग मार्च निकालकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई.
धरना प्रदर्शन के दौरान आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए एड. वामनराव चटप ने कहा कि अभी नहीं तो कभी नहीं-मिशन 2023 के तहत सभी को पृथक विदर्भ के लिए काम पर लग जाना चाहिए.
भारी बारिश के बावजूद इतनी बड़ी संख्या में पृथक विदर्भ आंदोलनकारी एकत्रित हुए हैं. यह इशारा है कि अब पृथक विदर्भ दूर नहीं. इस दौरान समिति द्वारा केन्द्र सरकार पर अनाज पर 5 प्रतिशत जीएसटी, राज्य सरकार द्वारा बिजली दर वृद्धि को वापस लेने और विदर्भ की जनता को 200 यूनिट तक फ्री बिजली देने की मांग की गई.
भारी बारिश के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं. ऐसे किसानों को प्रति हेक्टेयर 75,000 रुपये मुआवजा दिया जए. 117 वर्षों से इंतजार महिला आघाड़ी अध्यक्ष रंजना मामर्डे ने कहा कि दार आयोग, जेवीपी कमेटी, फजल अली आयोग, पीए संगमा समिति, सभी ने पृथक विदर्भ की पैरवी की लेकिन 117 वर्ष बीत जाने के बाद भी पृथक विदर्भ राज्य नहीं बनाया गया.
जय विदर्भ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण केदार ने कहा कि जब तक जनता आंदोलन में शामिल नहीं होगी तब तक केन्द्र सरकार ध्यान नहीं देगी. इसलिए विदर्भवादियों को बड़ी संख्या में आंदोलन में हिस्सा लेना पड़ेगा. इस दौरान अजय चमेडिया, किशोर दहेकर, नासिर जुम्मन शेख, राजेंद्र आगरकर, मधुसूदन हरणे, प्रभाकर कोंडबत्तूनवार, देवीदास लांजेवार, सुरेश जोगले समेत बड़ी संख्या में विदर्भवादियों की उपस्थिति रही.