नागपुर. अदानी की शेल कंपनियों में 20,000 करोड़ रुपये कहां से आए. यह पैसा किसका है ये जानने का अधिकार देश का है. राहुल गांधी ने यह मांग जारी रखी है और कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल भी जेपीसी जांच की मांग पर अडिग है. कांग्रेस अपनी मांग पर अडिग है.
राकां प्रमुख शरद पवार ने जो कहा वह उनका व्यक्तिगत मत है होगा. उनका मत कुछ भी हो लेकिन घोटले का सच बाहर लाने के लिए जेपीसी जांच होनी ही चाहिए. यह कहना है कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले का. नागपुर में पत्रकारों के सवालों पर वे बोल रहे थे.
उन्होंने कहा कि यूपीए की सरकार के समय कोयाला घोटाले का आरोप होने पर कोर्ट की समिति स्थापित की गई थी, फिर भी विपक्ष की मांग पर संयुक्त संसदीय समिति स्थापित की गई थी. उन्होंने कहा कि एलआईसी, एसबीआई, पीएफ के पैसे मोदी सरकार ने अदानी को दिया. प्रधानमंत्री अदानी घोटाले पर कुछ बोलते ही नहीं. इसका कारण क्या है. उन्हें किस बात का डर है.