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    •  16 हुए हैं बर्खास्त 

    नागपुर. हड़ताल में शामिल एसटी कर्मियों पर महामंडल की कार्रवाई दिन-ब-दिन तेज होती जा रही है. बीते दिनों 16 कर्मियों की बर्खास्तगी के बाद सप्ताह के पहले दिन सोमवार को 5 और एसटी कर्मियों को कारण बताओ नोटिस थमा दिया गया. पूर्व में एसटी मंडल ने 18 कर्मियों को कारण बताओ नोटिस दिया था जिनमें से बर्खास्तगी के डर से 2 कर्मचारी कोर्ट चले गए. बाकी 16 को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था. अब जिन 5 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस मिला है उन पर भी नौकरी पर न आने पर बर्खास्तगी की तलवार लटकने लगी है. 

    सूत्रों की मानें तो अगर ये कर्मचारी एक सप्ताह के अंदर काम पर नहीं लौटते हैं तो इनके खिलाफ बर्खास्तगी के आदेश जारी हो जाएंगे. इधर नोटिस मिलने के बाद कर्मचारियों में हताशा का माहौल है.

    हालांकि इस माहौल से कर्मचारियों को उबारने के लिए कर्मचारी संघ के लोग लगे हुए हैं. एक दूसरे से हर परिस्थिति में साथ रहने की बात कही जा रही है. लेकिन नौकरी का डर बना हुआ है. हालांकि एसटी महामंडल के अधिकारियों का कहना है कि वे बर्खास्तगी की कार्रवाई नहीं करना चाहते. इसलिए कर्मचारियों को काम पर लौटने के लिए कहा जा रहा है. ताकि किसी का नुकसान न हो. 

    2,517 लोगों ने की यात्रा 

    सोमवार को एसटी महामंडल ने 18 बसों का संचालन किया. इनमें गणेशपेठ से 5,   इमामवाड़ा 2, घाट रोड 3, उमरेड 3, सावनेर 2, वर्धमाननगर 2 और रामटेक से 1  बस चलाई गई. इन बसों ने पूरे दिन में करीब 58 फरियां कीं. इस दौरान बस 3164.6 किलोमीटर चलीं. इन बसों ने 2,517 यात्री अपनी मंजिल तक पहुंचाए. फिलहाल बीते 15 दिनों से 17 और 18 बसें ही चल पा रही हैं. 

    नौकरी पर वापस लौटें कर्मी 

    हमने 5 एसटी कर्मियों को कारण बताओ नोटिस दिया है. अगर ये लोग  दी गई नियत तिथि तक नौकरी पर वापस नहीं लौटे तो बर्खास्तगी की कार्रवाई अमल में लाई जा सकती है. हम बार-बार आग्रह कर रहे हैं कि काम पा लौट आइए. अपनी मांगों को शांतिपूर्वक रखिए. ताकि आम आदमी को किसी प्रकार की दिक्कत न हो.  

    नीलेश बेलसरे, विभागीय नियंत्रक, एसटी महामंडल,नागपुर