Mayo Hospital

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नागपुर. मार्च में कोरोना की शुरूआत हुई तो सिटी के एकमात्र इंदिरा गांधी शासकीय मेडिकल कालेज में ही नमूनों के जांच की सुविधा थी. लेकिन मरीजों की बढ़ती संख्या के बाद मेडिकल. एम्स. माफसू और नीरी में भी प्रयोगशाला तैयार की गई. सभी प्रयोगशालाओं में सतत रुप से नमूनों की जांच की प्रक्रिया जारी है. मार्च से लेकर अब तक कुल 23701 नमूनों की जांच की गई है. इनमें सबसे अधिक संदिग्ध और पाजिटिव मरीज मेयो में ही भर्ती किये गये.

कोरोना के शुरूआत से कुल 4677 संदिग्ध मरीजों को भर्ती किया गया. इनमें मेडिकल में 1851. मेयो में 2678. एम्स 134 और कामठी के मिलिट्री हास्पिटल में 14 लोगों को भर्ती किया गया. वहीं कुल 4306 लोगों को छुट्टी भी दी गई. इनमें मेडिकल से 469. मेयो से 491. एम्स से 97 और कामठी से 2 का समावेश है. यानी मेयो में एक ओर जहां अधिक मरीजों का इलाज किया गया. वहीं जल्द रिकवर होने वाले भी मेयो से ही रहे. अब तक जो 23 लोगों की मौत हुई है. उनमें 9 नागपुर से बाहर के है. 

23 को मिली छुट्टी 
इस बीच शनिवार को कुल 21 नये लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई. इनमें से निजी लैब से 3, माफसू से 4, एम्स से 10 और मेयो की प्रयोगशाला से 4 रिपोर्ट आई. इसके साथ ही कुल मरीजों की संख्या 1423 हो गई है. जबकि 23 मरीजों को छुट्टी भी दी गई. इनमें मेडिकल से 13 और मेयो से 10 मरीजों का समावेश है. सभी को अगले 7 दिनों तक होम क्वारंटाइन में रहने की सलाह दी गई है. फिलहाल क्वारंटाइन सेंटर में रखे गये लोगों की संख्या कम हो रही है. शनिवार तक कुल 1535 लोग क्वारंटाइन सेंटर में थे. जबकि 257 लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया. डाक्टरों की माने तो सिटी में अब भी स्थिति ठीक है. अन्य शहरों की तुलना में रिकवरी रेट भी अधिक हैं. 

सिटी में आज तक की स्थिति

1423 कुल संक्रमित

21 शनिवार को पाजिटिव

23 की अब तक मौत

1064 को मिली छुट्टी

257 होम कोरंटाइन

1535 हुए कोरंटाइन