बेटे ने फांसी लगाकर की खुदकुशी, अंतिम संस्कार से पहले सदमें में मां की गई जान

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नागपुर. लकड़गंज क्षेत्र के छापरुनगर चौक में एक बिल्डिंग में रहनेवाले मसाला कारोबारी नरेश वाघवानी के बेटे खितेन वाघवानी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. बेटे की मौत का सदमा मां बर्दाश्त नहीं कर पाई उसकी तबीयत भी खराब होने के बाद बेटे के अंतिम संस्कार के अंतिम संस्कार से पहले ही इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई. इस घटना से परिसर में मातम छा गया है. पुलिस को प्राथमिक तौर पर जानकारी मिली है कि खितेन को क्रिकेट सट्टेबाजी का शौक था और उस पर  कर्जबाजारी हो गई थी, जिसके चलते संभवत: उसने यह घातक कदम उठाया होगा.

पुलिस सूत्रों के अनुसार छापरू लोक बिल्डिंग नं. 3, फ्लैट नं. 105, आंबेडकर चौक, सी.ए रोड,  निवासी नरेश वाघवानी परिवार के साथ रहते हैं. परिवार में पत्नी दिव्या वाघवानी (51) और  बेटा खितेन वाघवानी (30) थे. उनकी बेटी मुंबई में नौकरी करती है. उनका इतवारी में मसाले का होलसेल कारोबार है. उनके साथ दुकान में उनका बेटा भी बैठा करता था. गत 21 मई को उनके बेटे खितेन में घर में अकेले रहने पर रसोईघर में सीलिंग पंखे में दुपट्टा बांधकर फांसी लगा ली. परिजन रिश्तेदार की शादी से घर लौटने पर उसे फांसी के फंदे पर लटका देखकर पडोसियों की मदद से नीचे उतारकर न्यू ईरा अस्पताल लकडगंज में लेकर गए, जहां प्राथमिक जांच के दौरान उसे मृत घोषित कर दिया गया. इस मामले में लिलाराम कुशालदास वाघवानी (62) दत्त नगर, नंदनवन निवासी की शिकायत पर लकडगंज थाने की महिला पुलिस उपनिरीक्षक कुरसंगे ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

लापता है खितेन का मोबाइल फोन 

पुलिस सूत्रों के अनुसार नरेश के बेटे खितेन को क्रिकेट सट्टेबाजी का शौक लग गया था. उसका दो दिनों से मोबाइल फोन गायब है, जिससे संदेह जताया जा रहा है कि कहीं उसे कोई धमका तो नहीं रहा था. इस दिशा में भी पुलिस छानबीन कर रही है. जानकारी मिली है कि शनिवार को खितेन काफी देर रात में घर लौटा था तब मां दिव्या ने उसे फटकारा था. उस दौरान शायद उसके पास फोन नहीं था. वह घर पर सो गया था. रविवार को आशीर्वादनगर में खितेन की मौसी के बेटे की शादी थी. वह शादी में नहीं गया. वह अपने कमरे में सोया हुआ था. उसे कमरे में सोता देखकर मां ने बाहर से ताला बंद कर दिया था. रविवार को दोपहर में लौटने पर मां ने दरवाजा खोला तो उसे रसोईघर में सीलिंग पंखे पर लटका देखा. उसे अस्पताल ले जाने पर मृत घोषित कर दिया गया.

बाथरुम में पडी थी दिव्या बेहोश 

सोमवार को खितेन का दोपहर करीब 1.30 बजे अंतिम संस्कार किया जानेवाला था. सुबह करीब 7-8 बजे के दौरान खितेन की मां की भी तबीयत खराब हो गई  वह बाथरुम में बेहोश पडी  ही मिली. उन्हें बेहोशी की हालत में अस्पताल ले जाने पर उपचार के दौरान दिव्या की भी मौत हो गई. घटना के बारे में जानकारी मिलने पर पुलिस परिमंडल 3 के उपायुक्त गोरख भामरे सहयोगियों के साथ मौके पर पहुंचे. लकडगंज पुलिस ने मां बेटे की मौत के बाद आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज कर लिया है पुलिस इस मामले में परिवार के लोगों सहित खितेन के दोस्तों से भी पूछताछ कर रही है ताकि इस मामले मैं सच्चाई का पता लगाया जा सके.