Nagpur ST Bus Stand
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    नागपुर. एसटी महामंडल की सख्त कार्रवाई असर करने लगी है. नए साल की शुरुआत के साथ ही एक कर्मचारी बिना किसी शर्त के नौकरी पर लौट आया. अधिकारियों ने भी इस दौरान कर्मचारी का हौसला बढ़ाते हुए तुरंत ज्वाइनिंग करा दी. बीते 10 दिनों में काम पर लौटने वाले कर्मचारियों की संख्या अब 43 पर पहुंच चुकी है.

    महामंडल को आशा है कि सभी कर्मचारी काम पर लौटेंगे जिससे उसे बर्खास्तगी की कार्रवाई नहीं करनी पड़ेगी. बता दें कि महामंडल लगातार अपने एसटी कर्मियों को काम पर लौटने के लिए कह रहा है लेकिन कर्मचारी संगठन उसकी इस कोशिश में बाधा बने हुए हैं. दोनों के बीच चल रहे इस शीतयुद्ध को डेढ़ महीने से अधिक का समय हो चुका है लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल पाया है.

    दो कर्मचारी एसटी मंडल की कार्रवाई से बचने के लिए कोर्ट की शरण भी ले चुके हैं लेकिन कर्मचारियों को अभी तक कोई बड़ा सपोर्ट नहीं मिल पाया है. जिसके कारण कर्मचारी संगठन के कार्यकर्ताओं में थोड़ी हताशा देखी गई है. फिलहाल मंडल ने हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों पर कार्रवाई की प्लानिंग बनाना शुरू कर दी है. अधिकारियों की मानें तो कभी भी बर्खास्तगी का आदेश आ सकता है. ये आदेश उन कर्मियों के लिए आएगा जिन्हें कारण बताओ नोटिस मिल चुका है. जिन्हें नहीं मिला है उन्हें भी नोटिस देने की तैयारी की जा रही है. 

    18 बसों में 2,020 लोगों ने की यात्रा

    एसटी महामंडल के द्वारा शनिवार को कुल 18 बसें चलाईं गईं. इनमें गणेश पेठ  4, इमामवाड़ा  3, उमरेड 3, सावनेर 3, वर्धमान 1 और रामटेक के लिए 1 बस चलाई गई हैं. एसटी मंडल चाहता है कि कर्मचारी ड्यूटी पर लौटकर पटरी से उतरी परिवहन व्यवस्था को सुधारें. इसके लिए बसों की संख्या बढ़ानी होगी. बीते 15 दिनों की बात करें तो अभी तक बसें चलाने का क्रम 15 से 18 बसें रहीं हैं. ये बसें सिर्फ 1,800 से 2,200 यात्रियों को ही मंजिल तक पहुंचा रही हैं. इसलिए मंडल जल्द से जल्द हड़ताल को खत्म कराने की कोशिश कर रहा है.