Stray Cattle
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    नागपुर. बारिश में सिटी की सड़कों पर बेखौफ घूम रहे मवेशी लोगों के लिए मुसीबत बन रहे है. मवेशियों का इस तरह सिटी की सड़कों पर घूमने से आए दिन हादसे भी हो रहे हैं. मानकापुर चौक से वाड़ी टी प्वाइंट तक की सड़क पर इस तरह मवेशी घूमते नजर आते हैं.  ऐसा न हो कि कभी कोई बड़ा हादसा मवेशियों के कारण हो जाए. मनपा के पास सड़कों पर से मवेशियों को हटाने कोई प्लान नहीं है. लगातार शिकायत के बाद भी पशु मालिकों पर कार्रवाई नहीं की जा रही है.

    स्थानीय प्रशासन द्वारा सिटी की सड़कों पर घूमने वाले मवेशी के मालिकों के खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होती. जिसके कारण पशु पालकों के हौसले भी बुलंद है. वे मवेशियों को ऐसी ही छोड़ देते हैं जो सीधे सड़कों पर आ जाते हैं. शहर के व्यस्तम मार्ग पर मवेशियों का घूमना कोई बड़ी बात नहीं है. लेकिन मनपा की ओर से अवारा मवेशियों को पकड़ कर अन्य जगह शिफ्ट करने की कोई प्लानिंग तक नहीं बनाई.  

    दुर्घटना का बना रहता है खतरा

    जैसे ही बारिश रुकती है मवेशी सड़कों पर अपना कब्जा जमा लेते हैं. एक,दो नहीं बल्कि पूरे कुनबे के साथ सड़क पर अतिक्रमण से वाहन चालकों की मुश्किलें बढ़ रही है. आवारा मवेशियों को पकड़ने के लिए मनपा का विभाग कार्यरत है, लेकिन दिनभर वाहन खाली घुमता नजर आता है. वाहन चालक किसी एक जगह गाडी खड़ी कर देता है.

    मानेवाडा रोड पर सुबह और शाम के वक्त ट्रैफिक ज्यादा होता है. इस हालत में सड़क के बीच मवेशियों का कब्जा दुर्घटना का कारण बन जाता है. शनिवार को भी इसी तरह के हालात देखने को मिले. मवेशियों की वजह से शाम के वक्त वाहनों की लंबी कतार लग गई. लोगों ने मवेशियों को हटाने की कोशिश भी, लेकिन मवेशी टस से मस नहीं हो रहे थे. बाद में परिसर के दूकानदारों ने डंडे से मवेशियों को हटाया.

    हुडकेश्वर रोड पर रात में भी कब्जा

    हुडकेश्वर रोड पर दिन में ही नहीं बल्कि रात के वक्त भी मवेशी बैठे रहते हैं. साईंनगर -1 और साईंनगर- 2 के बीच कुछ लोग मवेशी पालते हैं. सुबह होते ही मवेशियों को खुले में छोड़ देते हैं. दिनभर तो मैदान या फिर खुले भागों में घुमते रहते हैं, लेकिन रात को मवेशी मालिक उन्हें बांधने की बजाय खुला ही छोड़ देता है. बोरकर अस्पताल से लेकर वैद्य आटा चक्की तक मवेशी रात के वक्त सड़कों पर बैठे रहते है. मवेशियों के आसपास कुत्तों का भी जमघट लगा रहता है. इस हालत में वाहन चालकों की मुसीबत बढ़ जाती है. जैसे ही कोई वाहन गुजरे कुत्ते झपट्टा मारते हैं. वहीं दूसरी ओर मवेशी रास्ता रोक देते हैं. नागरिकों ने प्रशासन से जल्द से जल्द से कार्रवाई की मांग की है.