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  • मनपा के क्रीड़ा अधिकारी ने दी चेतावनी

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नागपुर. खिलाड़ियों के हो रहे नुकसान का मुद्दा बनाते हुए खेल संगठनों की ओर से मिशन बिगिन अगेन अंतर्गत खेल की गतिविधियों को छूट देने की मांग उठाई, जिसके बाद राज्य सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों में खिलाड़ियों को मैदान पर फ्रैक्टिस करने की अनुमति तो प्रदान की गई, किंतु अब इसका उल्लंघन होता दिखाई दे रहा है.

दिशानिर्देशों को ताक पर रखकर यदि स्पर्धाओं का आयोजन हो रहा हो तो आयोजकों और संगठनों पर नियमों के अनुसार कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी मनपा के क्रीड़ा अधिकारी पीयूष आम्बुलकर ने दी. शुक्रवार को इस संदर्भ में मनपा की ओर से पुन: दिशानिर्देश जारी किए गए हैं.

स्पर्धा, कार्यशाला, प्रशिक्षण शिविर पर पाबंदी 

मनपा की ओर से जारी किए गए दिशा निर्देशों के अनुसार खेल मैदानों पर केवल प्रैक्टिस की अनुमति दी गई है. राज्य सरकार की ओर से खिलाड़ियों को सशर्त अनुमति प्रदान की गई है. पहले ही जारी किए गए निर्देशों के अनुसार खेल स्पर्धाएं, कार्यशाला या प्रशिक्षण शिविर का आयोजन करने पर पाबंदी है. राज्य सरकार के आदेशों का पालन करने के लिए हरसंभव उपाय किए जा रहे हैं. खेल अधिकारी ने खुलासा किया है कि मैदानों पर प्रैक्टिस करते समय भी कोरोना के संदर्भ में जारी नियमों का पालन करना अनिवार्य है. खिलाड़ी, पालक, प्रशिक्षकों में से किसी में भी कोरोना के लक्षण होने पर उन्हें मैदान पर आने में रोक लगाई गई है.  राज्य सरकार की ओर से किसी भी तरह की खेल स्पर्धा, कार्यशाला या शिविर के आयोजन की अनुमति नहीं दी गई है. 

इस तरह हैं नियम

-मैदान पर केवल 10 से 15 खिलाड़ियों को ही एक समय रहने की अनुमति.

-14 वर्ष से कम आयु वाले खिलाड़ियों को अलग से समय दिया जाए. वरिष्ठ खिलाडियों के साथ प्रैक्टिस न करें.

-मैदान पर हर बैच के बाद खेल सामग्री की मानक कार्यप्रणाली के अनुसार स्वच्छता और सैनिटाइजिंग किया जाना चाहिए.

-अगले आदेश तक किसी भी तरह की स्पर्धा का आयोजन न किया जाए.