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  • ओमिक्रॉन के कारण सताने लगा लॉकडाउन का भय

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नागपुर. बीते 50 दिनों से हड़ताल पर बैठे एसटी कर्मी अब धीरे-धीरे नौकरी पर लौटने लगे हैं. इसका कारण परिवार का दबाव और ओमिक्रॉन वायरस के कारण लगने वाले लॉकडाउन के अंदेशे को बताया जा रहा है. शुक्रवार को 4 कर्मचारियों ने नौकरी पर वापसी की. बीते 18 दिनों में 63 कर्मचारी वापस लौट चुके हैं. इसके बाद 17 कर्मचारियों को इमामवाड़ा डिपो में स्थानांतरित किया गया. जिससे अब इनकी संख्या 50 हो गई है. एसटी महामंडल के द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई अब कर्मचारियों के बीच भी चर्चा का विषय बनी हुई है. 

सबसे ज्यादा परीक्षा का समय कर्मचारी संगठन के नेताओं के लिए आ गया है. उन्हें हड़ताल को अंजाम तक पहुंचाने के लिए कर्मचारियों को रोके रखना होगा. लेकिन घर की आर्थिक तंगी और कोरोना के कारण लॉकडाउन के बनते हालातों से कर्मचारी विचलित हो गए हैं. हालांकि कर्मचारी संघ उन्हें समझाने का प्रयास भी कर रहे हैं लेकिन अब कर्मियों को हड़ताल फायदे का सौदा नजर नहीं आ रहा है. इसी कारण धीरे-धीरे नौकरी पर आने वाले कर्मचारियों की संख्या बढ़ रही है. इधर एसटी महामंडल भी नौकरी पर लौटे कर्मचारियों का गर्म जोशी से स्वागत कर रहा है. वह कर्मचारियों के निर्णय को सकारात्मक बता रहा है. साथ ही दूसरे कर्मचारियों से भी वापस लौटने की बात कर रहा है जिससे उसे किसी के खिलाफ कार्रवाई न करना पड़े.

2,950 यात्रियों ने किया सफर

शुक्रवार को एसटी की 28 बसों में 2,950 यात्रियों ने सफर किया. इनमें  गणेशपेठ -07,  इमामवाड़ा- 6 घाटरोड -2, उमरेड – 4 सावनेर -4 वर्धमान – 3, रामटेक- 1, काटोल-1 बसें चलाईं गई. इन बसों ने 28 फेरियों में 6,427.6 किलोमीटर की यात्रा की. यात्रियों का कहना है कि अब धीरे-धीरे व्यवस्था पटरी पर आने लगी है. क्योंकि शुक्रवार को पहली बार दो महीने बाद 28 की संख्या में बसें चलाईं गई. अब धीरे-धीरे नौकरी पर लौटने वाले कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ सकती है. एसटी महामंडल का कहना है कि आगामी समय में भी कर्मचारी ऐसे ही नौकरी पर लौटते रहेंगे.