Nagpur Nurse Strike

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नागपुर. पुरानी पेंशन योजना लागू करने सहित विविध मांगों को लेकर जारी सरकारी कर्मियों की हड़ताल के दूसरे दिन व्यवस्था चरमरा गई. शासकीय कार्यालयों में सन्नाटा छाया रहा. लोगों को अपने काम के लिए चक्कर काटना पड़ रहा है. वहीं दूसरी ओर सरकारी अस्पतालों में मरीजों की आफत बढ़ गई. कई ऑपरेशन स्थगित करने पड़े. इमरजेंसी छोड़कर बाकी मरीजों को जांच कर घर लौटने की सलाह दी जा रही है.

इस बीच शिक्षक व कर्मचारियों ने परीक्षा को लेकर सहयोग तो किया लेकिन अब मूल्यांकन के बहिष्कार का निर्णय लिया है. कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से सरकारी कार्यालयों में दूसरे दिन भी काम नहीं हुआ. सरकारी संगठनों की ओर से संविधान चौक पर दिनभर प्रदर्शन किया गया. सभी कर्मचारी एकजुट होने से सरकार की तो मुसीबत बढ़ ही गई है, साथ ही जनता को परेशान होना पड़ रहा है. केवल ठेका कर्मचारी ही काम पर आ रहे हैं लेकिन उनके भरोसे व्यवस्था को संभालना मुश्किल हो रहा है.

संविधान चौक बना आंदोलन स्थल 

बुधवार को सुबह 10 बजे से ही संविधान चौक पर आंदोलनकारियों का जमावड़ा रहा. सभी कर्मचारी एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. इस बीच कुछ संगठनों की ओर से विभागीय आयुक्त, जिलाधिकारी को ज्ञापन भी सौंपे गये. चौक पर दिनभर शोर-शराबे की आवाज आती रही. कार्यालयों में विविध कार्यों के लिए जाने वाले लोगों को बैरंग लौटना पड़ रहा है. 

मेडिकल, मेयो में 200 से अधिक ऑपरेशन टाले 

हड़ताल का सबसे ज्यादा सरकारी अस्पतालों में देखने को मिल रहा है. मेडिकल में दूसरे दिन करीब 50 मेजर और माइनर ऑपरेशन हो सके. जबकि करीब 100 ऑपरेशन टालने पड़े. हालांकि ओपीडी में करीब 2,000 से अधिक मरीजों ने रजिस्ट्रेशन तो कराया लेकिन आईपीडी में केवल उन्हीं मरीजों की भर्ती किया गया जो गंभीर है. बाकी मरीजों को दवाई देकर बाद में आने की सलाह दी गई.

मेडिकल में 200 कर्मचारी और करीब 1,500 नर्सें हड़ताल पर है. मेयो में 1,138 लोगों ने ओपीडी में इजाल कराया. जबकि कैजुअल्टी में 260 मरीज आये. दिनभर में केवल 3 एमआईआर की गई जबकि 222 एक्स-रे किये गये. कुल 19 मेजर और केवल 3 माइनर सर्जरी की गई. सुबह की शिफ्ट में 88 कर्मचारी काम पर नहीं आये. इस बीच डागा में नियमित रूप से काम होता रहा. यहां राष्ट्रीय हेल्थ मिशन की नर्सों सहित नर्सिंग छात्राओं को काम पर लगाया गया है.

परीक्षा हुई, अब मूल्यांकन पर बहिष्कार 

शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों ने बोर्ड परीक्षा में सहयोग तो किया लेकिन मस्टर पर हस्ताक्षर नहीं किये. अब शिक्षकों ने बोर्ड की उत्तर पत्रिकाओं के मूल्यांकन के बहिष्कार का निर्णय लिया है. यदि हड़ताल अधिक दिनों तक चली तो फिर बोर्ड के परिणाम पर भी असर पड़ेगा. 

2,200 पहुंची एम्स की OPD 

मेडिकल, मेयो में हड़ताल की वजह से एम्स में भीड़ बढ़ने लगी है. मंगलवार को ओपीडी में जहां 2,100 मरीज आये थे, वहीं बुधवार को 2,200 से अधिक मरीजों ने इलाज कराया. दरअसल एम्स में हड़ताल नहीं होने से मरीज यहां पहुंच रहे हैं. 

G20 की तैयारी पर असर 

सरकारी कार्यालयों में सन्नाटा छाया होने से जी 20 परिषद की तैयारियों पर भी असर हो रहा है. शासकीय कार्यालयों में होने वाले नियोजित कार्यक्रम टाले जा रहे हैं.