cyber crime
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    नागपुर. बार-बार बैंक और पुलिस लोगों से अपील कर रही है कि किसी भी अपरिचित व्यक्ति को अपने बैंक खाते से संबंधित जानकारी न दें. किसी भी लिंक को ओपन न करें. इसके बावजूद लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं. साइबर ठगों का आतंक बरकरार है. फिर से 4 लोगों को लाखों रुपये का चूना लगाया गया. केवल सतर्क रहकर ही साइबर ठगी से बचा जा सकता है. अंबाझरी थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति को क्रेडिट कार्ड के बोनस प्वाइंट रिडीम करने के नाम पर चूना लगाया गया.

    पुलिस ने रामनगर निवासी महेश देवीदास चापलकर (37) की शिकायत पर मामला दर्ज किया. 28 सितंबर को महेश की पत्नी के मोबाइल पर एक मैसेज आया जिसमें बोनस प्वाइंट एक्सपायर होने और उसे रिडीम करने की जानकारी दी गई थी. पत्नी ने वह मैसेज महेश को भेज दिया. महेश ने लिंक ओपन की और एप्लीकेशन में अपने क्रेडिट कार्ड का नंबर और एक्सपायरी डेट डाली. इसी दौरान उन्हें संदेह हुआ और आगे की जानकारी नहीं भरी लेकिन तब तक आरोपी ने उनके मोबाइल का एक्सेस ले लिया था जिसके जरिए उसने महेश के क्रेडिट कार्ड से 99,758 रुपये ट्रांसफर कर लिए. बैंक का मैसेज मिलने पर महेश को धोखाधड़ी का पता चला और पुलिस को शिकायत दी.

    महावितरण के इंजीनियर को ठगा

    गूगल सर्च पर मिले कस्टमर केयर नंबर पर कॉल करना महावितरण के इंजीनियर को भारी पड़ गया. साइबर ठग ने उनके खाते से 79,000 रुपये ट्रांसफर कर लिए. अजनी पुलिस ने जयवंतनगर निवासी श्रीकांत देवीदास बहादुरे (36) की शिकायत पर मामला दर्ज किया. श्रीकांत महावितरण में अभियंता है. जनवरी महीने में श्रीकांत अपने एसबीआई बैंक के खाते से एचडीएफसी बैंक के खाते में रकम ट्रांसफर कर रहे थे. अकाउंट नंबर डालने में चूक हो गई लेकिन खाते से रकम डेबिट हो चुकी थी. उन्होंने गूगल पर एसबीआई का कस्टमर केयर नंबर सर्च किया लेकिन वह साइबर ठग का था. मदद करने के बहाने पंकज कुमार नामक आरोपी ने श्रीकांत से उनके और पत्नी के बैंक खाते की जानकारी ली और 79,000 रुपये अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए.

    बिजली कनेक्शन काटने की धमकी 

    बजाजनगर परिसर में रहने वाले विलास सदाशिवराव सुटे (66) को साइबर ठग ने बिजली कनेक्शन काटने की धमकी देकर चूना लगाया गया. विगत 12 अक्टूबर की दोपहर विलास के मोबाइल पर महावितरण के नाम पर एक मैसेज आया. जिसमें उनका बिजली बकाया होने के कारण रात 9.30 बजे कनेक्शन काटने की धमकी दी गई थी. विलास ने दिए गए नंबर पर कॉल किया. आरोपी ने खुद को महावितरण का कर्मचारी बताया और एक लिंक ओपन करके पैसे भरने को कहा. आरोपी द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार विलास काम करते गए और 2 बार में उनके बैंक ऑफ महाराष्ट्र के खाते से 24,883 रुपये ट्रांसफर कर लिए गए. विलास ने साइबर सेल में शिकायत दी और बजाजनगर पुलिस ने मामला दर्ज किया.

    छात्रा भी फंसी जाल में

    साइबर ठग के जाल में एक छात्रा भी फंस गई. आरोपी ने व्यापार में पैसा निवेश करने के नाम पर उसे 2.68 लाख रुपये का चूना लगा दिया. पुलिस ने वाहने लेआउट, प्रज्ञा सोसाइटी निवासी चेतना कैलाश बोरुल (19) की शिकायत पर मामला दर्ज किया है. चेतना बीकॉम सेकंड इयर की छात्रा है. 18 अगस्त को उसके मोबाइल पर एक मैसेज आया जिसमें ऑनलाइन प्रोडक्ट सेलिंग करके घर बैठे कमाने की स्कीम बताई गई. अलग-अलग 3 नंबरों से चेतना को लिंक भेजी गई थी.

    शुरुआत में 500 रुपये निवेश करने पर उसे फायदा भी मिला. इससे चेतना का विश्वास बढ़ गया. कुछ ही दिनों में उसने आरोपियों लिंक द्वारा 2.68 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए. मोटी रकम मिलते ही आरोपियों ने उससे संपर्क तोड़ दिया. चेतना दिए गए नंबरों पर कॉल करती रही लेकिन जवाब नहीं मिला. आखिर परेशान होकर पुलिस से शिकायत की. पुलिस ने धोखाधड़ी और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है.