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    • 10 प्रश भी नहीं रहे विदेशी पर्यटक
    • 4 बफर गेट खुले थे 1 जुलाई से
    • 12 गाड़ियों से हो रही थी सफारी
    • 25,000 ने की सफारी 3 माह  

    नागपुर. जंगल का भ्रमण सफारी के बिना अधूरा है. इस सफर में यदि टाइगर मिले तो इसका रोमांच दोगुना हो जाता है. कोरोना काल की वजह से जंगल सफारी करने वाले देसी पर्यटकों की संख्या जहां 40 प्रश से भी कम हो गई थी, वहीं विदेशी पर्यटकों की संख्या 10 प्रश भी नहीं रह गई थी. ताड़ोबा व्याघ्र प्रकल्प में वर्ष 2018-19 में देसी पर्यटकों की संख्या 1,73,259 के करीब थी, जो कि वर्ष 2019-20 में बढ़कर 2,17,996 पर पहुंच गई थी.

    कोरोना काल यानि वर्ष 2020-21 में पर्यटकों की संख्या कम होकर 1,62,632 पर पहुंच गई. 2018-19 में सफारी का आनंद लेने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या करीब 8,208 थी, जो कि वर्ष 19-20 में घटकर 4,936 पर आ गई थी. वहीं कोरोना काल वर्ष 2020-21 में यह 90 प्रश के करीब कम होकर 109 पर्यटकों पर रह गई. लेकिन कोरोना का प्रकोप कम होने से एक बार फिर से जंगल सफारी पर्यटकों में रोमांच भर रही है. इसमें देसी पर्यटकों की संख्या में तो बढ़ोतरी हो रही है लेकिन विदेशी पर्यटकों की संख्या में किसी तरह का उठाव नहीं है. 

    1 अक्टूबर से खुलेगा कोर इलाका

    कोरोना के कारण लंबे समय से जंगल सफारियां बंद थीं. वन विभाग ने पर्यटकों के लिए 1 जुलाई से बफर के 4 गेट खोल दिए थे जिनमें 12 गाड़ियों से सफारी कराई जा रही है. इसमें 3 माह में करीब 25,000 से अधिक पर्यटकों ने जंगल सफारी का आनंद लिया. बारिश में कोर इलाके की सड़कें काफी खराब रहती हैं जिसमें जंगल सफारी करना संभव नहीं होता.

    इसके चलते बफर जोन में ही पर्यटकों की सफारी कराई जा रही थी लेकिन अब 1 अक्टूबर से पर्यटकों के लिए कोर इलाका खोला जा रहा है. इसमें अब पर्यटक जंगल के अंदर सफारी का मजा ले सकेंगे. इसके साथ ही ऐसे गेट भी खोले जा रहे हैं जो बारिश के कारण बंद थे. बफर जोन के मुकाबले कोर क्षेत्र में ज्यादातर टाइगर आदि वन्य जीवों के दर्शन होते हैं. इसमें पर्यटकों को वन विभाग के कुछ नियमों का पालन करना होगा.

    फिर बढ़ेगी संख्या

    इस बार कोरोना की स्थिति सामान्य रही तो एक बार फिर से पहले की तरह ही पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा. पेंच व्याघ्र प्रकल्प के सिल्लारी, खुर्सापार, चोरबाहुली, कोलितमारा, सुरेवानी, खुबाड़ा, पवनी पर्यटन गेट, बोर व्याघ्र प्रकल्प के बोरधरण गेट व उमरेड-पवनी-करांडला व गोठनगांव पर्यटन गेट 1 से 15 अक्टूबर ऑफलाइन पद्धति से वाहन क्षमता अनुसार उपलब्ध रहेंगे. 

    ताड़ोबा प्रकल्प में पर्यटकों की संख्या 

    वर्ष देसी विदेशी

    2018-19 1,73,259 8208

    2019-20 2,17,996 4936

    2020-21 1,62,632 109