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    नागपुर. राज्य में आघाड़ी के रूप में एकजुट रहने के कारण भाजपा की हर चुनौती का सामना राज्य स्तर पर किया जा रहा है किंतु निकट भविष्य में होने वाले मनपा चुनावों को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले द्वारा लगातार ‘एकला चलो रे’ का नारा दिया जा रहा है. इसका सीधा असर हाल ही में होने जा रहे विधान परिषद चुनाव पर पड़ता दिखाई दे रहा है. इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अब तक विधान परिषद के लिए कांग्रेस प्रत्याशी रवीन्द्र भोयर के लिए आघाड़ी की बैठक तक नहीं हो पाई है.

    इसके अलावा पार्टी स्तर पर समन्वय की दिशा में किसी तरह का तालमेल तक दिखाई नहीं दे रहा है. जानकारों के अनुसार भविष्य की राजनीति के लिए यह आघाड़ी के किसी भी दल के लिए उचित नहीं है, जबकि भविष्य में भाजपा से इन तीनों दलों की सीधी टक्कर रहने की प्रबल संभवना है. ऐसे में यदि आघाड़ी के घटक दल अभी से बिखर गए तो हर चुनाव में इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है.

    ‘आग में घी डालने’ जैसे कड़वे बोल

    शुरुआत में विधान परिषद के लिए आघाड़ी का संयुक्त प्रत्याशी होने का दावा कर भोयर को चुनाव मैदान में उतारा गया किंतु अब तक इस दिशा में न तो राष्ट्रवादी कांग्रेस और न ही शिवसेना के साथ किसी तरह की चर्चा हुई है. यहां तक कि प्रत्याशी ने भी निजी स्तर पर राकां या शिवसेना  पार्षदों से चर्चा तक नहीं की है. इसके विपरीत भाजपा प्रत्याशी की ओर से न केवल अपने दल बल्कि विपक्षी दलों के सदस्यों से भी समर्थन का अनुरोध किया जा रहा है. जबकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से लेकर स्थानीय नेताओं तक ने राकां के खिलाफ वक्तव्य देकर ‘आग में घी डालने’ जैसा काम किया है. जानकारों के अनुसार जब मनपा चुनाव का समय होगा उस समय उसके संबंध में वक्तव्य देना चाहिए. निकट भविष्य में जो चुनाव है उसे लेकर तो कोई सकारात्मक बयान नहीं है, उलटे सहयोगी दलों के पार्षदों को विरोध में जाने के लिए उकसाने वाले ही बयान दिए जा रहे हैं.

    अब तक बैठक का न्योता नहीं

    मनपा चुनावों में एक साथ लड़ने के लिए आघाड़ी बनाने का अब तक राकां ने कोई वैध प्रस्ताव कांग्रेस को नहीं दिया. वरिष्ठ नेता समय पर इसका निश्चित ही विचार करेंगे. किंतु विधान परिषद चुनाव में समर्थन के लिए अब तक कांग्रेस की ओर से किसी तरह का न्योता नहीं मिला है. संभवत: राकां के बिना भी प्रत्याशी के पास पर्याप्त आंकड़ा हो, इसी वजह से इस तरह की कार्यप्रणाली दिखाई दे रही है. 

    -दुनेश्वर पेठे, शहर अध्यक्ष, राकां.