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प्रतीकात्मक तस्वीर

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    नागपुर. एक महीने में पैसा डबल करने के मामले में मुख्य आरोपी राजिक कुरैशी की सरगर्मी से तलाश जारी है. फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद से ही वह अंडरग्राउंड हो गया था. उसकी तलाश में 2 अलग-अलग टीमें काम कर रही हैं. वहीं हरिद्वार में 11 लाख रुपये नकद के साथ दबोचे गए बड़ा ताजबाग निवासी अफरोज खान भुरे खान (42) और सिंधीबन निवासी शेख फईम शेख हसन (44) को रविवार की शाम ट्रांजिट रिमांड पर नागपुर लाया गया. सोमवार को नंदनवन पुलिस ने पहले पकड़े गए अपराधी शमशेर अली, विक्की राऊत और राजिक के पिता के साथ अफरोज और फईम को भी न्यायालय में पेश किया.

    अदालत ने शमशेर, विक्की और राजिक के पिता को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है, जबकि अफरोज और फईम को 2 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेजा गया. पकड़े गए सभी आरोपियों का कहना है कि वे केवल रकम जमा करने का काम करते थे. जो कलेक्शन होता था वह सीधे राजिक के पास जमा किया जाता था. राजिक ही व्यवसाय में पैसा निवेश करता था और 1 महीना पूरा होने के बाद निवेशक को दोगुनी रकम वापस करता था.

    राजिक कहां और कैसे पैसा निवेश करता था, इसकी जानकारी किसी को नहीं है. राजिक ने उन्हें बताया था कि वह इंटरनेशनल शेयर ट्रेडिंग करता है. विदेश में पैसा निवेश होने से फायदा अधिक होता है. यह कहानी हवा हवाई है. पुलिस का मानना है कि ऐसी कोई ट्रेडिंग होती ही नहीं थी. आरोपी केवल एक की टोपी दूसरे को पहना रहे थे.

    एक बार मोटी रकम जमा होने के बाद लोगों का पैसा डूबने ही वाला था. राजिक के पकड़े जाने के बाद ही इस खेल से पर्दा उठेगा, इसीलिए उसकी गिरफ्तारी के लिए भरपूर प्रयास किए जा रहे हैं. इस मामले में राजिक के अलावा और भी 2 आरोपी फरार हैं. पुलिस उनकी भी तलाश कर रही है.