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    नागपुर. करीब डेढ़ वर्ष से मध्य रेल नागपुर मंडल की पैसेंजर ट्रेनें बंद है. पिछले सप्ताह मध्य रेल नागपुर मंडल प्रबंधन द्वारा 6 पैसेंजर ट्रेनों के परिचालन के लिए मुंबई हेडक्वार्टर को प्रस्ताव भेजकर अनुमति मांगी थी लेकिन 7 दिन बीतने के बाद भी इस ओर कोई प्रगति नहीं हुई. ऐसे में लग रहा है कि पैसेंजर ट्रेनों से नागपुर आने या यहां से सवार से होने लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा.

    इतवारी से शुरू तो नागपुर क्यों नहीं

    नागपुर शहर में मध्य रेल, मुंबई और दक्षिण-पूर्व-मध्य रेल, बिलासपुर, दोनों जोन के मंडल कार्यालय है. नागपुर स्टेशन मध्य रेल के तहत आता है जबकि हावड़ा रूट पर मोतीबाग परिसर से एसईसीआर नागपुर की अधिकार सीमा शुरू होती है. एसईसीआर नागपुर के अधिकार क्षेत्र के इतवारी स्टेशन से पैसेंजर और इंटरसिटी ट्रेनें शुरू हुए काफी समय हो गई है लेकिन नागपुर स्टेशन से अभी तक एक भी पैसेंजर ट्रेन का परिचालन नहीं हो रहा है. खास बात है कि इतवारी स्टेशन भी नागपुर शहर में ही आता है. ऐसे में ही शहर में यात्रियों के लिए एक जैसी सुविधा के लिए परेशान होना पड़ रहा है.

    रैक की दिक्कत नहीं

    उल्लेखनीय है कि मध्य रेल नागपुर मंडल ने जोन हेडक्वार्टर को भेजे अपने प्रस्ताव में 6 पैसेंजर ट्रेनों के लिए रैक मांगी थी. अंदरखाने में चर्चा है कि कोविड स्पेशल ट्रेन बनाने के चलते फिलहाल मंडल रैक की कमी से जूझ रहा है. हालांकि मंडल अधिकारियों ने इस बात से इनकार किया. एसीएम राव ने इस बारे में कहा कि कोविड क्वारंटाइन सेंटर के लिए 1 या 2 ट्रेनों का ही उपयोग किया है. ऐसे में पैसेंजर ट्रेनों के लिए रैक की कमी जैसी कोई बात नहीं. हेडक्वार्टर से अनुमति मिलते ही ऑपरेटिंग विभाग मंडल के तहत पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन तय करेगा.  

    बेसब्र हो रहे यात्री

    हालांकि नागपुर मंडल में पैसेंजर ट्रेनों पर यह पहली आफत नहीं हैं. लॉकडाउन से पहले भी कभी ट्रैक मेंटेनेंस और अन्य कार्यो का हवाला देकर नागपुर-आमला-नागपुर, नागपुर-इटारसी-नागपुर और नागपुर-वर्धा-नागपुर पैसेंजर ट्रेनों को बंद कर दिया जाता था. नागपुर-आमला-नागपुर और नागपुर-इटारसी-नागपुर कई दिनों तक बंद ही रही. नागपुर मंडल ने जिन 6 ट्रेनों को चलाने का प्रस्ताव भेजा है, उनमें से 3 ट्रेनें उपरोक्त हैं. तीनों ही ट्रेनों के चलने से हजारों यात्रियों को हर दिन लाभ मिलेगा. 

    सोशल मीडिया पर हो रही मांग

    भले ही पैसेंजर ट्रेनें भारतीय रेल की सबसे सस्ती और कम सुविधाजनक ट्रेन मानी जाती है. बावजूद इसके एक पैसेंजर कई लोगों को रोजगार और बाकी जरूरतों में काफी काम आती है. ऐसे में नागपुर मंडल से आये दिन सोशल मीडिया पर पैसेंजर ट्रेनों के दोबारा शुरू करने का समय पूछा जा रहा है लेकिन अभी तक किसी की ओर से जवाब नहीं मिल रहा.