सिर पर गोली मारकर युवक ने की आत्महत्या, कर्ज बाजारी होने के कारण दी जान

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नागपुर. कामठी रोड पर स्थित ऑरेंज सिटी पार्क सोसाइटी में दिन निकलते ही एक सनसनीखेज घटना सामने आई. युवा व्यवसायी ने कर्ज के तनाव में अपने सिर पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली. इस घटना से पूरे इलाके में खलबली मच गई है. मृतक आयुष अजय त्रिवेदी (26) बताया गया. वह ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय करता था. उसने बैंक से लोन लेकर ट्रक और पोकलेन मशीनें भी खरीदी थीं. बताया जाता है कि व्यवसाय में लगातार नुकसान हो रहा था. यहां तक कि उसके लिए बैंक की किस्तें भरना भी मुश्किल हो गया था.

इस वजह से वह लगातार तनाव में था. सोमवार की रात पिता अजय विवाह समारोह में हिस्सा लेने गए थे. भोजन करने के बाद आयुष ने अपनी मां के साथ बैठकर घंटों तक बातचीत की. रात करीब 3.30 बजे के दौरान वह पहले माले पर स्थित अपने बेडरूम में सोने चला गया. माता-पिता और छोटी बहन तल मंजले पर ही अपने रूम में सो रहे थे. इस बीच देर रात आयुष ने कनपटी पर पिस्तौल लगाकर गोली चला दी. बेड पर ही उसकी मौत हो गई. मंगलवार की सुबह 10 बजे के दौरान परिजनों ने आयुष को आवाज लगाई लेकिन प्रतिसाद नहीं मिला. काफी देर तक उसकी हलचल नहीं होने पर परिजन कमरे में गए.

दरवाजा खोलते ही वह बेड पर खून से लथपथ हालत में पड़ा दिखाई दिया. घटना की जानकारी पुलिस को दी गई. खबर मिलते ही न्यू कामठी के थानेदार प्रमोद पोरे अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए कामठी के उप जिला अस्पताल में भेजा गया. जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया. फिलहाल पुलिस ने आयुष के पिता अजय त्रिवेदी की सूचना पर आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है. त्रिवेदी परिवार ने पुलिस को बताया कि व्यवसाय में कर्ज के चलते ही आयुष परेशान था.

हर एंगल से होगी जांच 

सबसे बड़ा सवाल यह है कि आयुष के पास पिस्तौल कहां से आई? उसके पास कोई आर्म लाइसेंस नहीं था. जिस पिस्तौल से उसने सिर पर गोली मारी वह देसी बनावट की है.  डीसीपी जोन-5 श्रवण दत्त ने चर्चा में बताया कि फिलहाल पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया है लेकिन प्रकरण की जांच हर एंगल से की जाएगी. फिलहाल आयुष के परिजन कुछ बताने की स्थिति में नहीं हैं. पुलिस ने उसका फोन और अन्य कुछ सामान कब्जे में लिया है. कोई सुसाइड नोट पुलिस को नहीं मिला है. मोबाइल खंगाला जा रहा है और जल्द ही परिजनों से पूछताछ के बाद कुछ स्पष्ट हो पाएगा. 

रेत तस्करी मामले में हुई थी गिरफ्तारी

आयुष ने कम उम्र में ही व्यापार शुरू कर दिया था. अपने ट्रकों से वह रेत सप्लाई करता था. एक घाट में भी पार्टनरशिप होने की जानकारी मिली है. पिछले वर्ष सिटी पुलिस ने रेत माफियाओं पर नकेल कसी थी. कई रेत व्यवसायी गिरफ्तार किए गए थे. उनमें से एक आयुष भी था.  जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद उसका व्यापार ठप हो गया था. कई लोगों से पैसा लेना था और बैंकों को देना था. इसी वजह से वह तनाव में था.