नागपुर. गोरेवाड़ा जू में रह रही ली बाघिन की प्रसव पीड़ा के बाद जन्मे दोनों शावकों की फिर मौत हो गई. इस बार भी उसके मातृत्व की भावना में कोई बदलाव नहीं आने के कारण यह घटना घटी है.
दरअसल शनिवार को प्रसव पीड़ा के साथ पहले शावक के जन्म लेने की प्रक्रिया शुरू हुई. अभी वह आधा ही बाहर आया था कि बाघिन ने उसे दांतों से पकड़कर बाहर खींच लिया, जिससे उसकी मौत हो गई. इसके बाद उसने दूसरे शावक को जन्म दिया. परंतु चिकित्सकों की टीम ने बाघिन को दूर कर जब शावक की जांच की तो वह भी मृत पाया गया. दोनों शावकों का पोस्टमार्टम करने के बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया.