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    नागपुर: ठंड के सीजन में बड़ी संख्या में लोग एक बार फिर बाहर घूमने-फिरने की प्लानिंग बनाने लगे हैं. वे वेट एंड वॉच कर रहे हैं. स्थितियां अनुकूल रहीं तो बड़ी संख्या में लोग बाहर घूमने के लिए निकलेंगे. हालांकि कोरोना के मामलों में कमी के बावजूद कुछ लोग अभी लंबी दूरी की यात्रा से परहेज कर रहे थे, फिर भी घूमने के प्रति उत्साह उनका कम नहीं हुआ है.

    मामलों में कमी आते ही आसपास के पर्यटन स्थलों के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. लेकिन अब लोग दूर की यात्रा करने की प्लानिंग कर रहे है. इसके लिए टूर ऑपरेटर्स से पूछताछ की जा रही है. वेबसाइट पर भी लोग जानकारी जुटा रहे हैं. अक्टूबर से घूमने-फिरने के लिए बाहर निकलने वालों की संख्या बढ़ जाती है. इस समय लोग बारिश के रुकने और कोरोना के मामलों पर नजर रखे हुए हैं.

    पिछले वर्ष भी बड़ी संख्या में लोगों ने तैयारी कर ली थी लेकिन यह ऐन वक्त पर आई कोरोना की दूसरी लहर के भेंट चढ़ गई. टूर ऑपरेटर शैलेश आर्य ने बताया कि लोग बाहर निकलने के लिए तैयार हैं. पूछताछ भी की जा रही है. पर पिछले अनुभवों को देखते हुए ज्यादा बुकिंग नहीं हो रही.

    कोरोना काल के दौरान कई बार ऐसा हुआ कि पर्यटकों ने बुकिंग की लेकिन संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बाद फिर टूरिज्म पर रोक लगानी पड़ी. रिफंड में दिक्कत के कारण लोग अब रिस्क नहीं लेना चाह रहे. उनका कहना है कि कोरोना के मामले नियंत्रण में रहे तो दिवाली, क्रिसमस और न्यू ईयर के दौरान ऐन वक्त पर काफी लोग बाहर घूमने निकलेंगे.

    लोकल टूरिज्म को सपोर्ट

    टूर ऑपरेटर हरमनदीप सिंह आनंद बताते हैं कि इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर पाबंदी से लोकल टूरिज्म को काफी सपोर्ट मिला है. डोमेस्टिक टूरिज्म पीक कर रहा है. हाल में लांच किए गए देश के पहले क्रूज की फरवरी तक बुकिंग हो गई. इसमें क्रूज की लक्जरी के साथ देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों की सैर की जा सकती है.

    जानकारों का कहना है कि लंबे समय से घर और कार्यस्थल तक कैद रहकर लोग उकता गए. पिछली ठंड के बाद गर्मियों के सीजन में भी कोरोना की दूसरी लहर के कारण लोग घरों में कैद रहे. हालांकि मामलों में कमी आने के बाद आसपास के पचमढ़ी, पेंच, ताड़ोबा, चिखलदरा जैसे स्थानों में काफी रौनक देखी गई थी.