Thela on Road, VNIT
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    नागपुर. किसी भी सिटी में सरकार व स्थानीय निकाय संस्थाओं द्वारा नागरी सुविधाओं के तहत पैदल चलने वाले नागरिकों की सुविधा व सुरक्षा के लिए सड़कों के किनारे फुटपाथ उपलब्ध की जाती है. फुटपाथ पर पैदलचारियों का ही हक होता है लेकिन यह इस सिटी का दुर्भाग्य है कि यहां के सभी व्यस्ततम सड़कों के फुटपाथों पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है. कुछ इलाकों में तो बकायदा रैकेट सक्रिय हैं जो फुटपाथ पर ठेलेवालों को संरक्षण देने के बदले उनसे वसूली भी करते हैं.

    पूरी सिटी के फुटपाथ ऐसे अतिक्रमणकारियों के कब्जे हैं. कुछ इलाकों में कार्रवाई होती है लेकिन अधिकतर की ओर कार्रवाई करने वाला विभाग नजर उठाकर देखता भी नहीं है. सिटी में ऐसा ही एक रोड है माटे चौक से उज्ज्वलनगर होते हुए एलएडी चौक की ओर जाने वाला. इस पूरी सड़क के फुटपाथ सब्जी, फल, गुमटी, चाय की टपरियों के कब्जे में है. वहीं शाम होते ही सड़कों के दोनों ओर चाट, पावभाजी, पानीपुरी, चायनीज, बड़ा-पाव के ठेलों का जमावड़ा होने लगता है. अतिक्रमणकारियों की पूरी मनमानी चल रही है. ये समूह में आते हैं और फुटपाथों पर कब्जा कर लेते हैं.

    लगता है जमघट

    वीएनआईटी के पिछले गेट परिसर से लगे फुटपाथों पर सुबह से ही नाश्ता के ठेले लगते हैं. बारिश के सीजन में यहां कतार से भुट्टे वालों के कम से कम दो दर्जन ठेले लगते हैं जो रोड को घरकर खड़े होते हैं. इनके कारण रोड पर ही युवाओं का जमघट लगता है. बाइक व फोरव्हीलर रोड में खड़ी कर ये भुट्ठा खाते हैं. शाम होते-होते पूरे रोड में खानपान के ठेले कुकुरमुत्ते की तरह उग आते हैं. इन ठेलों में ग्राहकों का जमघट लगता है. इससे रोड पर चलने वाले दूसरे वाहनचालकों को दिक्कतें होती हैं. ट्राफिक जाम का भी नजारा होता है. उज्ज्वलनगर और माटे चौक तक यही नजारा होता है. इस रोड में शाम 4 बजे के बाद फुटपाथ पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा हो जाता है. 

    कुछ ही एरिया में कार्रवाई

    सिटी के सभी मुख्य सड़कों पर फुटपाथों पर शाम के वक्त खानपान के ठेलों का कब्जा होता है. बजाजनगर चौक से लक्ष्मीनगर चौक तक तो पावभाजी, चाट व चायनीज ठेलों का रैकेट ही कब्जा जमाता है. ऐसा ही हाल शंकरनगर चौक के पास गार्डन के समीप का है. यहां भी ठेलों का कब्जा होता है. अतिक्रमण उन्मूलन की कार्रवाई कुछ बाजार क्षेत्रों तक ही सीमित रहने के चलते अन्य इलाकों में इनकी मनमानी चल रही है. सिटी के हर फुटपाथ पर अतिक्रमणकारी कब्जा जमाए बैठे हैं. जिसके चलते कहीं फुटपाथ पर चलने को जगह नहीं मिलती तो कहीं ट्राफिक जाम की दिक्कतें नागरिकों को झेलने को मजबूर होना पड़ता है.