चालान का नहीं लगता डर, ट्रैफिक रूल्स तोड़ने में लड़कियां भी पीछे नहीं

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    नागपुर. सिटी में लगभग हर मुख्य चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस कर्मी तैनात रहते हैं बावजूद रूल्स तोड़ने वाले नहीं सुधर रहे हैं. युवाओं की मस्ती तो आम है लेकिन लड़कियों और महिलाओं को भी नियमों का उल्लंघन करते देखा जा रहा है. जब से हेलमेट कार्रवाई सख्ती से शुरू हुई है तब से बहुत ही कम लोग बिना हेलमेट के नजर आते हैं लेकिन जिन्हें चालान का भी भय नहीं वे बिना हेलमेट के वाहन अभी भी चला रहे हैं. ऐसे ही एक चौराहे पर जब ट्रैफिक कर्मी ने बिना हेलमेट वाले को पकड़ा तो वह बहस करने लगा. फिर जल्दी चालान कर छोड़ने को कहा क्योंकि उसे जल्दी ही कहीं जाना था.

    ट्रैफिक कर्मी ने बताया कि ट्रैफिक रूल्स का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ चालान कार्रवाई करते हैं लेकिन कई ऐसे मिलते हैं जिन्हें इस कार्रवाई का डर नहीं है. उन्हें नियमों का उल्लंघन करने में ही मजा आता है. इनमें कॉलेज और स्कूल के बच्चे अधिक हैं. कई बार ये ट्रैफिक जंप कर तेजी से ट्रिपल सीट भाग निकलते हैं. उनकी तस्वीर खींचने का प्रयास करते हैं. सीसीटीवी फुटेज से भी ऑनलाइन चालान किया जाता है.

    अंदरूनी सड़कों में बिंदास

    मुख्य बाजार क्षेत्र की सड़कों और व्यस्ततम सड़कों पर तो नियम का पालन वाहन चालक करते हैं लेकिन सिटी की अंदरूनी सड़कों पर जहां ट्रैफिक पुलिस के कर्मचारी मिलने की संभावना नहीं होती वहां दोपहिया वाहनों में बिना हेलमेट लगाए लोग नजर आते हैं. कुछ तो बाइक के मिरर में हेलमेट टांगकर रखते हैं और चौराहा आने पर निकाल कर लगा लेते हैं.

    चौराहा पार करने के बाद फिर हेलमेट निकाल कर मिरर पर टांग देते हैं. दुर्घटना के दौरान उनकी यह मस्ती जानलेवा हो सकती है. बावजूद इस तरह की हरकतें केवल युवा ही नहीं बल्कि अधेड़ लोग भी करते नजर आते हैं. युवक-युवतियां तो कोचिंग, माल्स, मार्केट आदि जाने के लिए दोपहिया में तीन सवारी भी नजर आते हैं. कई बार महिलाएं भी ट्रैफिक के नियमों का उल्लंघन करती नजर आती हैं. कुछ युवा तो तेज रफ्तार शोर करते हुए वाहन चला रहे हैं जिसके चलते दुर्घटना का खतरा बना रहता है. सिटी के हर इलाके में सड़कों पर यह मस्ती दिख रही है. 

    सिग्नल जंपिंग है शान

    ट्रिपल सीट और वह भी बिना हेलमेट पहने ये वाहन तो चलाए ही जा रहे हैं साथ ही सिग्नल जंपिंग भी बेखौफ की जा रही है. हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि जिन चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस कर्मी खड़ा होता है वहां भी ये सिग्नल तोड़ते हुए फुर्र हो जाते हैं. वैसे सिटी के अनेक चौराहों पर तो सिग्नल ही महीनों से बंद पड़े हैं जिसके चलते वाहनों की आपाधापी बनी रहती है.

    चालान की कार्रवाई का भी असर नहीं हो रहा है. चौराहों में कार्रवाई के लिए टीम एक साइड में ही खड़ी होती है जो हेलमेट नहीं पहने होते या जिनके पास कागजात या लाइसेंस नहीं होता वे उस दिशा में न जाकर दूसरी ओर वाहन भगा लेते हैं. नागरिकों का कहना है कि चालान के अतिरिक्त वाहन जब्त करने की कार्रवाई शुरू की गई तो शायद ऐसे गैर जिम्मेदार लोगों में सुधार आ सकता है.