प्रतीकात्मक तस्वीर
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नागपुर. गूंगा और बहरा बनकर चंदा मांगने के बहाने लोगों की मूल्यवान वस्तु चोरी करने वाली गैंग के सदस्य को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया. उसके अन्य साथी पहले ही शहर से भाग निकले. पकड़ा गया आरोपी वेल्लूर, तमिलनाडु निवासी सुप्पारेड्डी व्यंकटस्वामी (43) बताया गया. पुलिस ने सेंट्रल एवेन्यू रोड निवासी वरुण शर्मा (38) की शिकायत पर मामला दर्ज किया था.

वरुण घर के सामने ही दूकान चलाते हैं. 27 अप्रैल को हाथ में खुजली होने के कारण उन्होंने नग से जड़ी 2 अंगूठियां उतारकर काउंटर पर रखी थीं. इसी दौरान सुप्पारेड्डी हाथ में कागज लेकर दूकान पर आया. गूंगे-बहरे होने का नाटक करके उनसे दान मांगा. वरुण ने पैसे देने से इनकार कर दिया और आरोपी वहां से चला गया. कुछ देर बाद वरुण को 45,000 रुपये की दोनों अंगूठियां गायब होने का पता चला. उन्होंने पुलिस को जानकारी दी. सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने पर सुप्पारेड्डी चोरी करता दिखाई दिया. पुलिस ने रास्तों पर लगे कैमरों की फुटेज का विश्लेषण करके उसे ढूंढ निकाला. 

5 दिन बाद बोल पड़ा 

पकड़े जाने के बाद भी सुप्पारेड्डी गूंगा होने का नाटक कर रहा था. पुलिस के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे रहा था. आखिर पुलिस ने डॉक्टरों से जांच करवाई. कई टेस्ट करने के बाद डॉक्टरों ने बताया कि वह गूंगा-बहरा नहीं हो सकता. पुलिसिया हथकंडे अपनाने पर सुप्पारेड्डी आखिर बोलने लगा. उसने बताया कि पहले ही वह अपने साथियों को अंगूठी दे चुका है. जो पहले ही वेल्लूर जा चुके हैं.

एक टीम ने वेल्लूर जाकर उसके साथी से अंगूठियां जब्त कर ली. आरोपी मूकबधिर बनकर शहर में घूमते हैं. दान मांगने के बहाने लोगों की मूल्यवान वस्तुएं चोरी कर लेते हैं. इंस्पेक्टर मुकुंद ठाकरे, पीएसआई नवनाथ देवकाते, हेड कांस्टेबल वामन ठोंबरे, रविकांत काठे, कांस्टेबल पंकज बोंदरे, प्रसन्ना दापुरकर, सागर सगदेव, विशाल पांडे, आशीष पवार, उमेश कुलसंगे, चेतन उतखेड़े और अमित तिवारी ने कार्रवाई की.