नागपुर. कोतवाली थानांतर्गत गणेशनगर के आजमशाह लेआउट में हुई 1.97 करोड़ रुपये की चोरी के मामले ने पुलिस का टेंशन बढ़ा दिया है. कोतवाली पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच भी प्रकरण की जांच में जुट गई है.
जानकारी मिली है कि चोर सीसीटीवी फुटेज में कैद हुए हैं. आरोपियों की संख्या 4 थी और सभी ने मास्क पहन रखा था. मुंबई निवासी जयेश चौहान नवनीत इंटरप्राइजेस नामक कूरियर कंपनी चलाते हैं. अनिल व्यास और प्रकाश पटेल सहित 5 लोग उनकी कंपनी का नागपुर का व्यवहार देखते हैं. 2 फरवरी को सभी 5 लोगों ने शहर में अलग-अलग व्यापारियों से मिलकर 1.97 करोड़ रुपये जमा किए. रुपयों से भरा बैग बिल्डिंग के नीचे पार्क की गई कार में रख दिया.
दूसरे दिन पटेल को कार के बायीं तरफ का शीशा टूटा दिखाई दिया. कार से बैग भी गायब था. इसकी जानकारी चौहान को दी गई. रविवार को प्रकरण की शिकायत पुलिस से की गई. शिकायतकर्ता का कहना है कि रकम व्यापारियों से बिजनेस लोन के तौर पर ली गई थी, जबकि पुलिस सूत्रों का दावा है कि कैश हवाला की थी.
एक अधिकारी ने बताया कि 4 आरोपी कार में सवार होकर परिसर में दाखिल हुए थे. कार का नंबर स्पष्ट नहीं हो पाया है. आरोपियों ने मास्क पहन रखा था इसीलिए उनकी शकल भी ठीक से नहीं दिख रही है.
पुलिस का मानना है कि आरोपी कंपनी के कर्मचारियों की सभी गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे. उन्हें मालूम था कि कैश से भरा बैग कार में रखा है. आश्चर्य की बात ये है कि इतनी मोटी रकम कोई कार में क्यों रखेगा. पुलिस अब आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है.