extremely-rare-black-tigers-cought-in-camera-by-a-23-years-guy-in-odisha

    Loading

    • देखते ही गांव की ओर भागे बच्चे
    • दहशत के कारण स्कूल भेजने को तैयार नहीं पालक

    बूटीबोरी (सं.). शुक्रवार की सुबह बूटीबोरी से 10 किलोमीटर दूर पांजरी लोधी गांव से 1 किमी दूर जंगल से सटी जिला परिषद स्कूल परिसर में जब विद्यार्थी स्कूल आये तो उन्हें शावक के साथ एक बाघ दिखाई दिया. यह नजारा देख बच्चे शोर मचाते हुए वापस गांव की ओर भाग खड़े हुए. इस घटना की जानकारी शिक्षकों और पालकों को दी. वर्धा रोड पर पांजरी लोधी गांव है. इस गांव की आबादी करीब 500 है. यह गांव जंगल परिसर से लगा हुआ है. गांव में जिला परिषद स्कूल है. कक्षा 6वीं और 7वीं की सुबह 10.30 बजे से स्कूल होने से सभी बच्चे घर से 10 बजे ही निकल गये थे. स्कूल जाते समय कुछ बच्चों को बाघ और उसका शावक दिखाई दिया. यह नजारा देख बच्चे घबरा गये और ‘बाघ आया बाघ आया’ कहते हुए वापस गांव की ओर भाग निकले. बच्चों ने इसकी जानकारी अपने पालकों को दी. इसके बाद वे पालकों के साथ स्कूल की तरफ भागे. यह खबर आग की तरह गांव में फैल गई. ग्रामवासियों ने हाथों में लाठी लेकर बाघ की तलाश में जुट गये. पालक गण अपने बच्चों को स्कूल न भेजते हुए अपने साथ घर ले गये.

    वन विभाग को दी सूचना

    घटना की जानकारी मिलने के बाद वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे. छानबीन में स्कूल परिसर में बाघ के पगमार्क और नाखून के निशान भी दिखाई दिए. वन विभाग द्वारा गांव से सटे जंगल परिसर में कैमरे भी लगाये गये हैं, जिसमें गांव तथा आसपास के जंगल में बाघ की मौजूदगी होने की पुष्टि की हुई. शुक्रवार की घटना के बारे में वन विभाग ने अपने वरिष्ठों सूचित कर दिया है और ग्रामवासियों से सावधान रहने की अपील की है.

    पालकों में दहशत का माहौल

    इस घटना के बच्चों के साथ-साथ पालकों में भी दहशत का माहौल बना हुआ है. ऐसे में सभी पालकों ने मुख्याध्यापक को लिखित पत्र देकर सूचित किया की बाघ की दहशत बढ़ गई है. बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए वे अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार नहीं है. स्कूल पुराने जगह पर स्थानांतरित नहीं किया जाता, तब तक वे अपने बच्चों को स्कूल भेजने को तैयार नहीं है. स्कूल के मुख्याध्यापक और शिक्षकों ने बच्चों को स्कूल भेजने का काफी अनुरोध भी किया लेकिन पालक मानने को तैयार नहीं हैं. जिससे शिक्षकों की परेशानी बढ़ गई है.

    नीलगाय का किया था शिकार

    शुक्रवार को स्कूल से महज 1 से 1.5 किलोमीटर की दूरी पर एक नीलगाय मृत अवस्था में मिली. वन विभाग और ग्रामवासियों द्वारा निरीक्षण करने पर पाया कि नीलगाय का बाघ ने ही शिकार किया था. उसके पास बाघ के पंजों निशान पाये गये. इससे पहले भी इस परिसर में बाघ ने गाय का शिकार किया था. गांव में बाघ की मौजूदगी होने से ग्रामवासियों में दहशत है .