जल्द ही ओवैसी के साथ दिखेंगे उद्धव, बावनकुले ने कहा- MVA को बोलने तक का अधिकार नहीं

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    नागपुर. शीत सत्र अधिवेशन में मंगलवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष का एक दूसरे पर कड़वे बयानबाजी का दौर पूरे दिन चला. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए तो वास्तव में महाविकास आघाड़ी को शिंदे-फडणवीस सरकार के किसी भी विषय पर बोलने का अधिकार नहीं है. उद्धव ठाकरे जरूरत पड़ने पर ओवैसी से भी हाथ मिला सकते हैं, इसमें कोई हैरानी की बात नहीं. उन्होंने कहा कि मविआ ने पिछले ढाई वर्षों में नागपुर में एक भी अधिवेशन नहीं लिया.

    नागपुर करार तक भंग कर दिया. वे लोग ही आज अधिवेशन 3 सप्ताह चलाने की मांग कर रहे हैं. क्या शीत सत्र के लिए कोरोना सिर्फ नागपुर में ही था, मुंबई में नहीं था. उन्होंने विधानसभा में विपक्ष के नेता अजीत पवार को लेकर कहा कि उनका आधिकारिक बयान है कि यदि विदर्भ का विकास चाहते हैं तो हमें 12 विधायक चुनकर दें. वही लोग आज विदर्भ के पिछड़ेपन के लिए परेशान होने का नाटक कर रहे हैं.

    जल्द ही कांग्रेसी बन जायेंगे ठाकरे

    मंगलवार को उद्धव ठाकरे पहली बार विधानसभा पहुंचे. सुबह विस और विप कार्यवाही शुरू होने से पहले महाविकास आघाड़ी की बैठक थी. यह बैठक कांग्रेस के कार्यालय में आयोजित थी. बैठक में शामिल होने विस पहुंचे उद्धव ने अपने कार्यालय जाने के बजाय सीधे कांग्रेस कार्यालय का रुख किया. इस बात को सत्ताधारी नेताओं ने हाथों हाथ लिया.

    बावनकुले ने कहा कि सोनिया गांधी के आशीर्वाद से मुख्यमंत्री बनने वाले उद्धव को कांग्रेस पार्टी का संविधान अपना लेना चाहिए. उन्हें यही संविधान सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग के सामने अपना बताकर प्रस्तुत करना चाहिए. हमें कोई हैरानी नहीं होगी जब उद्धव पूरी तरह से कांग्रेसी हो जायेंगे.