नागपुर. करीब 6 महीने पहले ट्रेन 12837 मुंबई-हावड़ा गीतांजलि एक्सप्रेस में 3 यात्रियों के साथ हुई जहरखुरानी मामले में नागपुर लोहमार्ग पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 2 अज्ञात आरोपियों को पश्चिम बंगाल में बांग्लादेश बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों के नाम बंगाल में किशनगंज बिहार, इस्लामपुर निवासी मोहम्मद मजबूल कुतुबअली (40) और कठलबाडी, जिला उत्तर दिनाजपुर निवासी जहीरुद्दीन समसुद्दीन (45) बताये गये हैं.
जानकारी के अनुसार तीसरे आरोपी को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा. ये गांव बांग्लादेश से मात्र 7 किमी दूर हैं. ज्ञात हो कि फरवरी माह में उक्त ट्रेन में गोंदिया स्टेशन के पास 3 यात्रियों को कोल्डड्रिंक्स में नशीला पदार्थ पिलाकर उनके मोबाइल, सोने चांदी के गहने, नकदी और अन्य सामान समेत 3,87,500 रुपये के माल पर हाथ साफ कर दिया था.
जीआरपी ने गिरफ्तार आरोपियों से 3,37,500 रुपये का माल बरामद कर लिया. फर्जी नाम पर टिकट बुकिंग अप्रैल माह में मामला जीआरपी नागपुर की क्राइम ब्रांच को मिला. जहरखुरानी के शिकार हुए यात्रियों द्वारा बताये गये गंजे आरोपी के हुलिये, 35 से 40 वर्ष की उम्र और जलगांव से बनी वेटिंग लिस्ट की विंडो टिकट की हिंट पर टीम ने जांच शुरू की. टीम ने सबसे पहले मुंबई से ट्रेन में बुक की सारी टिकटों के पीएनआर हासिल किये.
इनमें पहले विंडों और वेंटिंग टिकट, फिर 35 से 40 वर्ष आयु के यात्रियों पर ध्यान केन्द्रित किया. इनमें केवल 2 यात्री मिले जिनमें एक नाम मूसा (30) और दूसरे का नाम फिरोज (40) था लेकिन जांच का झटका तब लगा जब ये नाम फर्जी निकले. आरक्षण फार्म में दिये मोबाइल नंबर फर्जी थे लेकिन पतों में किशनगंज, इस्लामपुर, बंगाल लिखा था. जीआरपी टीम मूसा की तलाश में किशनगंज पहुंची और स्थानीय पुलिस की मदद से मूसा नाम और हुलिये से गंजे होने की गफलत एक अन्य आरोपी को हिरासत में लिया. उसने गीताजंलि एक्सप्रेस में जहरखुरानी से इनकार किया लेकिन जानकारी दी कि मजबूल ही मूसा के नाम से टिकट बुक कराकर ये काम करता है.
20 दिन में पकड़े आरोपी उक्त अपराधी की निशानदेही पर जीआरपी टीम ने किशनगंज जाकर मजबूल की पहचान की और उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की. उसने जहरखुरानी की कबूली दी. उसने अपने दूसरे साथी को नाम दिल्ली निवासी जहीरुद्दीन बताया. दिल्ली में तलाश के बाद जहीरुद्दीन नहीं मिला लेकिन गुप्त सूत्रों से पता चला कि वह बांग्लादेश बॉर्डर से 7 किमी दूर कठनबाड़ी में रहता है. आखिर जीआरपी टीम ने कठलबाड़ी जाकर उसे धरदबोचा. दोनों के पास जीआरपी ने 18,000 रुपये का मोबाइल और सोने के गहनों समेत 3,37,500 रुपये का माल बरामद कर लिया.
यह कार्रवाई जीआरपी के पुलिस अधीक्षक एम. राजकुमार, अपर पुलिस अधीक्षक वैशाली शिंदे, उपविभागीय अधिकारी हेमंत शिंदे के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच पीआई कानपिल्लेवार के नेतृत्व में डोर्लीकर, सावजी, खोब्रागड़े, गजवे, त्रिवेदी, राऊत, गोंदिया जीआरपी प्रभारी पीआई खेडकर, बोयने, निकम, ईश्वर, भोयर, सेलोटे, नारनवरे, ठाकरे आदि द्वारा पूरी की गई.