
नागपुर. एमकेसीएल में नियुक्ति, परीक्षा के दौरान गड़बड़ी, निर्माण में गड़बड़ी समेत अन्य घटनाओं को लेकर विवादों में रहे राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के उपकुलपति चौधरी को जबरन छुट्टी पर भेजे जाने की चर्चा जोरों पर है.
हाल ही में हुए यूनिवर्सिटी के स्वर्ण जयंती कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को आमंत्रित किया गया था. उनके दौरे के दौरान भी यूनिवर्सिटी में विवाद सुर्खियों में रहा, इसीलिए यूनिवर्सिटी हलकों में इसकी चर्चा चल रही है कि ये छुट्टियों का डोज दिया गया है. हालांकि इस संबंध में सभी ने हाथ जोड़ने और मुंह पर उंगली रखने की भूमिका निभाई, इसलिए कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है.
उच्च व तकनीकी शिक्षा विभाग के उपसचिव अजीत बाविस्कर ने नागपुर विश्वविद्यालय से संबंधित विवादास्पद मामलों की जांच के लिए एक समिति का गठन किया. इस कमेटी ने गहन जांच की है और इसमें उपकुलपति को गंभीर दोषी ठहराया गया है. चूंकि राज्य सरकार के पास उपकुलपति के खिलाफ कार्रवाई करने का कोई अधिकार नहीं है, इसलिए सिफारिशों के साथ रिपोर्ट राज्यपाल कार्यालय को भेज दी गई. इसके बाद राज्यपाल कार्यालय द्वारा उपकुलपति से स्पष्टीकरण मांगा गया.
विश्वस्त जानकारी है कि खुलासा होने के बाद कार्रवाई की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. यह भी चर्चा है कि चौधरी की जगह गोंडवाना विश्वविद्यालय के उपकुलपति को नागपुर विश्वविद्यालय का अस्थायी प्रभार सौंपा जाएगा. विधायक प्रवीण दटके और अन्य विधायकों ने विधानमंडल सत्र में विश्वविद्यालय से जुड़े विवादास्पद मुद्दे उठाए और कार्रवाई की मांग की. इस पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने बताया कि राज्यपाल कार्यालय की ओर से उपकुलपति के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.