arrested
File Photo

    Loading

    नागपुर. मेडिकल परिसर में पैरामेडिकल स्टाफ के तौर पर काम करने वाली 24 वर्षीय युवती की कनपटी पर पिस्तौल लगाने वाले आरोपी युवक वलनी, खापरखेड़ा निवासी विक्की राधेश्याम चकोले (28) को क्राइम ब्रांच ने रेलवे स्टेशन के पास गिरफ्तार किया. उसके पास पुलिस को मैग्जीन और कारतूस भी मिला है. इससे यह तो साफ हो गया है कि विक्की की पिस्तौल असली थी.

    पुलिस को जानकारी मिली थी कि विक्की नागपुर आया है और रेलवे स्टेशन से कहीं भागने की फिराक में है. खबर के आधार पर बुधवार की सुबह पुलिस दस्ते ने परिसर में जाल बिछाया. गणेश टेकड़ी रोड पर पुलिस ने उसे देखा. खतरा भांपते ही वह भागने लगा और उसे रेलवे स्टेशन के सामने स्थित ऑटो स्टैंड के पास दबोचा गया. तलाशी में उसके पास मैग्जीन और जिंदा कारतूस मिले. पूछताछ में उसने पुलिस को बताया कि मेडिकल से भागते समय ही उसने पिस्तौल झाड़ियों में फेंक दी थी.

    मुंबई में खरीदी थी पिस्तौल

    2 वर्ष पहले विक्की की फेसबुक पर पीड़ित युवती से पहचान हुई थी. केवल 12वीं कक्षा तक पढ़ने वाले विक्की ने उसे बीटेक होने की जानकारी दी थी. कुछ समय बाद दोनों के बीच मतभेद शुरू हो गए और युवती ने उससे दूरी बना ली. युवती के चक्कर में विक्की ने काम-धंधा भी छोड़ दिया था. वह बस युवती को मनाने में लगा था, जबकि विवाद के बाद से युवती ने उसका फोन उठाना बंद कर दिया था. कुछ महीने पहले विक्की रोजगार के लिए मुंबई गया था. वहां एक बिहारी युवक से उसने पिस्तौल खरीदी थी. हालांकि पुलिस को उसकी बातों पर यकीन नहीं है. वलनी में ही कई हथियार बेचने वाले सक्रिय हैं. 

    गोली मारकर खुद करने वाला था आत्महत्या

    विक्की लगातार अपने बयान बदल रहा है. उसने बताया कि वह युवती को मनाने गया था. पहले ही उसने तय कर लिया था कि यदि वह नहीं मानी तो उसे गोली मार देगा और बाद में खुद भी आत्महत्या कर लेगा. नागपुर से फरार होकर वह पुणे गया था. ट्रक में सवार होकर वह नागपुर आया. उसका कहना है कि वह रेलवे स्टेशन के पास ट्रैक पर आत्महत्या करने वाला था. कभी कहता है कि वह ट्रेन से गोंदिया जाने वाला था. उसकी बातों पर इसीलिए विश्वास नहीं किया जा सकता क्योंकि पेशेवर अपराधी की तरह पुलिस से बच रहा था.

    डीसीपी चिन्मय पंडित के मार्गदर्शन में इंस्पेक्टर विश्वनाथ चव्हाण, एपीआई मयूर चौरसिया, जितेंद्र ठाकुर, सब इंस्पेक्टर बलराम झाड़ोकर, अतुल इंगोले, हेड कांस्टेबल सुनील ठवकर, प्रवीण रोड़े, रवि अहीर, नरेंद्र ठाकुर, सतीश ठाकरे, पुरुषोत्तम कालमेघ, युवानंद कड़ू, पुरुषोत्तम सुनकिवार, कुणाल मसराम, सागर ठाकरे, सुधीर पवार, आनंद यादव, संदीप मावलकर, श्याम गोरले और श्रीकांत मारवाड़े ने कार्रवाई की.