- विरास ने सीएम से की मांग
नागपुर. विदर्भ राज्य आंदोलन समिति द्वारा राज्य में पुलिस की मेगाभर्ती में विदर्भ के 75 फीसदी युवाओं को अवसर देने की मांग की गई है. मुख्य संयोजक राम नेवले ने कहा कि सीएम ने पुलिस विभाग में 12528 पद भरे जाने की घोषणा है. विदर्भ के 75 फीसदी युवाओं की भर्ती इसमें होनी चाहिए क्योंकि दशकों से विदर्भ के साथ अन्याय किया जा रहा है.
करार के अनुसार विदर्भ के बेरोजगारों को हर विभाग की भर्ती में 23 फीसदी पद देने का उल्लेख है लेकिन अब तक 3 से 15 फीसदी तक ही अवसर दिया गया है और पुणे विभाग में 36 से 61 फीसदी तक की भर्ती की गई है. वर्षो से हो रहे भेदभाव के चलते ही आज विदर्भ का नौकरी का बैकलाग 3 लाख तक पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि विदर्भ को उसका हक मिलना ही चाहिए.
अन्यथा तीव्र आंदोलन
नेवले ने चेतावनी दी है कि अगर पुलिस भर्ती में इस बार विदर्भ के 75 फीसदी युवाओं के लिए आरक्षण नहीं किया गया तो विदर्भ भर में बेरोजगार युवाओं के साथ सड़क पर उतरकर आंदोलन किया जाएगा. समिति के वामनराव चटप, रंजना मामर्डे, डा. श्रीनिवास खांदेवाले, प्रबीर कुमार चक्रबर्ती, मुकेश मासुरकर, अरुण केदार आदि ने उक्त चेतावनी दी है.
उन्होंने कहा कि 28 सितंबर 1953 में नागपुर करार कर विदर्भ को जबरदस्ती महाराष्ट्र में शामिल किया गया. करार के अनुसार सरकारी नौकरियों में विदर्भ को 23 फीसदी हिस्सा देने की शर्त थी लेकिन कभी उसका पालन ही नहीं किया गया. सारी नौकरियां पश्चिम महाराष्ट्र के युवाओं को दी गई. विदर्भ के हिस्से केवल 8 फीसदी ही आई और उच्च पदों पर यह केवल 2.26 प्रतिशत ही है. यही कारण है कि विदर्भ में नौकरी का बैकलाग 3 लाख तक पहुंच गई है.
यह है वास्तविक स्थिति
विभाग पुणे (%) नागपुर (%) अमरावती (%)
राज्य लोक सेवा परीक्षा 50.48 2.66 7.20
कृषि सेवा मुख्य 61.40 6.00 7.20
महाराष्ट्र वनसेवा 56.14 9.56 3.05
महाराष्ट्र अभियांत्रिकी सेवा 36.78 14.94 9.19
सेल्स टैक्स इंस्पेक्टर 46.18 4.61 10.81
पुलिस सबइंस्पेक्टर 51.00 4.00 8.00