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    नागपुर. कोरोना का असर अब कम होने लगा है. 80 प्रतिशत से अधिक यात्री ट्रेनें शुरू हो चुकी है लेकिन यात्रियों और आगतुंकों को अलग-अलग स्टेशनों पर अलग-अलग नियमों का पालन करना पड़ रहा है. इनमें सबसे पहले नंबर आता है प्लेटफॉर्म टिकट का जिसका उदाहरण नागपुर स्टेशन है. यहां यात्रियों को पहुंचाने आये आगुंतकों को 50 रुपये का प्लेटफॉर्म टिकट खरीदना पड़ रहा है जबकि यहां से 295 किमी दूर दक्षि-पूर्व-मध्य रेल, बिलासपुर जोन के इतने ही बड़े रेलवे जंक्शन रायपुर में अब प्लेटफॉर्म 10 रुपये की कर दी गई है. 

    DRM को दिये अधिकार

    उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के प्रसार को देखते हुए स्टेशनों पर भीड़ को कम रखने के लिए रेलवे बोर्ड ने प्लेटफॉर्म टिकट की दर 10 रुपये से बढ़ाने का निर्णय लिया था. हालांकि पहला आदेश में मुंबई जोन द्वारा प्लेटफॉर्म टिकट 50 रुपये का कर दिया गया था. इसके तहत नागपुर समेत मुंबई, पुणे, सोलापुर मंडलों में प्लेटफॉर्म टिकट की दर 10 रुपये से बढ़ाकर सीधे 50 रुपये कर दिया. जोन प्रबंधन का मानना था कि प्लेटफॉर्म टिकट की इतनी अधिक महंगी होने के चलते कम लोग अपने रिश्तेदारों को पहुंचाने स्टेशन के भीतरी परिसर में प्रवेश करेंगे. नागपुर मंडल के तहत नागपुर के अलावा वर्धा, बल्लारशाह, चंद्रपुर, सेवाग्राम और बैतूल स्टेशनों पर ही 50 रुपये की दर से प्लेटफॉर्म टिकट कर दिया. हालांकि बाद में यह दर बढ़ाने या कम करने का अधिकार मंडल रेल प्रबंधकों पर छोड़ दिया गया था. इसके बाद मंडल में भी विभिन्न स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट 50 से घटाकर 10 से 30 रुपये कर दी गई लेकिन नागपुर स्टेशन पर अभी तक कोई बदलाव नहीं किया गया. 

    SECR नागपुर में अब 10 रुपये में PF टिकट

    उधर मध्य रेल नागपुर मंडल के पड़ोसी रेल मंडल यानी दक्षिण-पूर्व-मध्य रेल नागपुर द्वारा 15 सितंबर को ही आदेश जारी कर पूरे मंडल में प्लेटफॉर्म टिकट 10 रुपये कर दिया. इनमें गोंदिया और राजनांदगांव स्टेशन भी है जहां पहले 50 रुपये दर थी जबकि इतवारी, डोंगरगढ़ और छिंदवाड़ा स्टेशनों पर 30 रुपये में प्लेटफॉर्म टिकट मिल रहा था. यह आदेश 15 जून 2021 से 14 सितंबर 2021 के लिए था. इन सभी स्टेशनों से भी काफी संख्या में ट्रेनें चलने लगी हैं जो यहीं से शुरू होती है. ऐसे यहां भी भीड़ लगने लगी है. यदि रेलवे भीड़ कम रखना चाहता तो फिर एसईसीआर प्लेटफॉर्म टिकट 50 रुपये से घटाकर दोबारा 10 रुपये क्यों करता. ऐेसे में सवाल उठता है कि नागपुर स्टेशन पर लोगों को कब 10 रुपये में प्लेटफॉर्म टिकट मिल सकेगा.

    हो रही करोड़ों की आय

    कोरोना की दूसरी लहर से राहत मिलने के साथ ही ट्रेनों की आवाजाही बढ़ते ही नागपुर स्टेशन पर सब पहले जैसा दिखाई देने लगा है. 25 मार्च 2020 से पहले हर दिन 30,000 यात्रियों की आवाजाही सहने वाला नागपुर स्टेशन पर एक बार फिर गुलजार दिख रहा है. यात्रियों के साथ उन्हें पहुंचाने वाले आगुंतकों की संख्या भी बढ़ गई है. इन्हें अब 50 रुपये का प्लेटफॉर्म टिकट भी महंगा नहीं लग रहा. इससे मंडल को अच्छी आय हो रही है. आंकड़ों के अनुसार मार्च से अगस्त 2021 तक नागपुर स्टेशन पर कुल 1,44,980 प्लेटफॉर्म टिकटें बिकी जिससे मंडल को कुल 5,72,49,000 रुपये की भारी भरकम आय हुई. 

    फिलहाल भीड़ पर नियंत्रण जरूरी : ACM राव

    इस बारे में मध्य रेल नागपुर के सहायक वाणिज्यिक प्रबंधक एसजी राव ने कहा कि हमारे यहां फिलहाल प्लेटफॉर्म टिकट दर कम करने का कोई प्रस्ताव नहीं है. कोरोना की दूसरी लहर में नागपुर पूरे देश में हॉटस्पॉट था. ऐसे में नागपुर स्टेशन के भीतर लोगों की अधिक संख्या पर रोक जरूरी है. यही वजह है कि फिलहाल मंडल प्रबंधन की ओर से प्लेटफॉर्म टिकट दर कम नहीं की जा रही है. समय आते ही अन्य मंडलों की तरह यहां भी इस विषय पर विचार जरूर किया जायेगा.