
- बोर्ड पर झूल रहीं डालियां, कबाड़ हो रहीं सुविधाएं
नागपुर. सिटी में विकास के दावे तो बहुत किए जा रहे हैं, लेकिन जो है उसे संभालने में स्थानीय प्रशासन बिल्कुल नाकाम साबित हो रहा है. कहीं सार्वजनिक शौचालयों की दुर्गति हो रही है तो कहीं लाखों रुपये खर्च कर बनाए गए सिटी बस स्टाप के नीचे ही खुदाई कर डाली गई है. अधिकतर जगहों पर दिशासूचक फलकों पर लिखा पेंट उखड़ गया है तो कहीं पेड़ों की डालियां इतनी बड़ी हो गई हैं कि बोर्ड नजर नहीं आते.
पेड़ों की छंटनी नहीं
अंबाझरी पुलिस स्टेशन रोड पर स्वागत का बोर्ड लगा हुआ है. उस बोर्ड को पेड़ों की डालियों ने पूरी तरह ढंक लिया है. पेड़ों की छंटाई ही नहीं की जा रही है.
उधड़े दिशासूचक
अमरावती रोड पर फुटाला चढ़ाव पर दिशासूचक बोर्ड लगा है, जिसमें रविनगर, अंबाझरी, तेलनखेड़ी और अमरावती की ओर जाने की दिशा इंगित की गई है. लेकिन इसका पेंट उधड़ गया है.
इलेक्ट्रानिक बोर्ड भी छिपा
काटोल रोड चौक पर तो सारे सूचना फलक वाले बोर्ड पेड़ों व झाड़ियों की ओट में छिप गए हैं. वाहन चालकों को कुछ नजर नहीं आता. यहां मनपा ने इलेक्ट्रानिक बोर्ड भी लगाया हुआ है जिसमें सरकार की योजनाओं का विज्ञापन चलता रहता है लेकिन इसे भी पेड़ों की डालियों ने छिपा रखा है.
जंग लगा शौचालय
मनपा ने सिटी में 3-4 जगहों पर सार्वजनिक शौचालय बनाए थे. म्हाडा क्वार्टर धरमपेठ के समीप रोड पर रेडीमेड शौचालय स्थापित किया गया था. अब यह कई महीनों से बंद पड़ा है. देखरेख के अभाव में इसमें जंग लगना शुरू हो गया है. कुछ महीनों में यह कबाड़ हो जाएगा और जनता के लाखों रुपये पानी में चले जाएंगे.
बस स्टाप ही खोद डाला
गड्डीगोदाम चौक से एलआईसी चौक की ओर आने वाले रोड में फुटपाथ पर सिटी बस स्टाप बनाया गया था. अंडरग्राउंड केबलिंग करने वाले ठेकेदार ने उस बस स्टाप को ही बुरी तरह खोद डाला है. आज वहां किसी बैठने लायक भी जगह नहीं है. मनपा के कर्णधार आखिर ऐसे गैरजिम्मेदार ठेकेदारों पर कार्रवाई क्यों नहीं करते? यह सवाल जनता पूछ रही है.