नाशिक : जिले में चालू आर्थिक वर्ष (Economic Year) 2022-23 में खरीफ (Kharif) और रबी (Rabi) फसल कर्ज वितरण (Crop Loan Distribution) का 3 हजार 650 करोड़ रुपए का उद्दिष्ट निश्चित (Target Fixed) किया गया है। पिछले साल 2021-22 में 3 हजार 535 करोड़ के उद्दिष्ट में से चालू वर्ष 115 करोड़ रुपए का कर्ज वितरण का उद्दिष्ट बढ़ाया गया है, जिसमें निजी बैंकों (Banks) के कर्ज वितरण के उद्देश्य में प्रमुख रूप से बढ़ोतरी की गई है। हर साल महाराष्ट्र बैंक (Maharashtra Bank) की ओर से जिले के लिए फसल कर्ज वितरण का उद्दिष्ट निश्चित किया जाता है। जिला बैंक सहित राष्ट्रीयकृत बैंक (Nationalized Bank), निजी बैंक (Private Bank) आदि के माध्यम से कितने कर्ज का वितरण करना है? इस बारे में बैंकों की ओर से नियोजन किया जाता है, जो अंतिम होने के बाद जिलाधिकारी जायजा लेकर अंतिम निर्णय लेते है। 2022-23 में जिले के 2 लाख 34 हजार 337 किसानों (Farmers) को फसल कर्ज देने का निश्चय किया गया था।
आर्थिक वर्ष के पहले महीने यानी की अप्रैल 17 हजार 2 सदस्यों को 253 करोड़ 19 लाख रुपए का फसल कर्ज वितरित किया गया। पिछले साल की तुलना में चालू वर्ष में जिला बैंक को 18 करोड़, राष्ट्रीयकृत बैंकों को 45 करोड़ दो निजी बैंकों को 52 करोड़ रुपए का उद्दिष्ट बढ़ाया गया है। वार्षिक 3 हजार 650 करोड़ में से खरीफ सत्र 2022 के लिए 2847 करोड़ और रब्बी सत्र के लिए 803 करोड़ का उद्देश्य रखा गया है। चालू वर्ष के उद्देश्य में प्रमुख रूप से खरीफ सत्र में 67 करोड़ और रब्बी सत्र के लिए 48 करोड़ ऐसे कुल 115 करोड़ रुपए कर्ज वितरण में बढ़ाए गए है।
खरीफ-रब्बी फसल कर्ज वितरण का ब्यौरा (रकम करोड़ में)
बैंक उद्दिष्ट (2021-22) पूरा हुआ उद्दिष्ट (2022-23)
जिला बैंक-561 467.16 579.23
राष्ट्रीयकृत बैंक-2418 2025.95 2462.68
महाराष्ट्र ग्रामीण बैंक-10 9.38 10.31
खासगी बैंक-546 408.87 597.75
कुल-3535 2911 3650
इस बार फसल कर्ज वितरण के उद्देश्य में 115 करोड़ रुपए की बढ़त की गई है। रिजर्व बैंक के मार्गदर्शक सूचना के अनुसार 1 लाख 60 हजार रुपए तक के फसल कर्ज बगैर गिरवी मिलने वाला है। किसान और वन पट्टे धारक इस अवसर का लाभ लें। – (आर. आर. पाटिल, व्यवस्थापक, जिला अग्रणी बैंक, महाराष्ट्र बैंक)