Coronavirus
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    नाशिक : नाशिक (Nashik) जिला प्रशासन (District Administration)  कोरोना (Corona) के बढ़ते मामले को देखते हुए काम में जुट गई है। संभावित तीसरी लहर के लिए जिलाधिकारी (District Magistrate) कार्यालय (Office) में वार रूम (War Room) तैयार किया गया है। इसकी जिम्मेदारी कुल 13 अधिकारियों (Officers) को सौंपी गई है। एक बार फिर से कोविड कंट्रोल रूम को सक्रिय कर दिया गया है। अधिकारियों, कर्मचारियों में काम का वितरण कर दिया गया है।

    कोरोना से लड़ने के लिए प्रत्येक अधिकारी को नोडल अधिकारी के रूप में चुना गया है। हर अधिकारी को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी गई है। उप जिलाधिकारी  भागवत डोईफोडे, भीमराज दराडे, नितिन मुडावरे, अरविंद नरसीकर, नीलेश श्रींगी, ज्योति कावरे, डॉ. आनंद पवार, नितिन गावडे, सतीश खरे, किरण देशमुख, श्रीकृष्ण देशपांडे, डॉ. दुधेडिया, वासंती माली को काम के लिए नियुक्त किया गया है। उनके साथ कई लोगों की टीम दी गई है।

    कोविड कंट्रोल रूम के अधिकारियों को वैक्सीनेशन कंट्रोल, कोविड सेंटर की स्थापना, कोविड से मरने वालों के परिजनों को पैसों से मदद देने, हॉस्पिटल को ऑक्सीजन की सप्लाई, आपदा प्रबंधन, स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद के जरिये उचित योजना बनाने की जिम्मेदारी जिलाधिकारी ने सौंपी है। जिन लोगों ने वैक्सीन की दूसरी डोज नहीं ली है। उनके लिए डोज लेना सख्ती करने और वैक्सीनेशन की संख्या बढ़ाना बडी चुनौती है।

    पहले नेता कोरोना नियमों का पालन करें

    नाशिक जिले में कोरोना प्रतिबंधक नियमों का कहीं पालन नहीं किया जा रहा है। ओझर में सत्ताधारी शिवसेना के पूर्व विधायक ने बैलगाड़ी रेस का आयोजन कर हजारों लोगों की भीड जमा की थी। इस मामले में संबंधित लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। ऐसे में जरूरी है, कि पहले नेता कोरोना नियमों का पालन करें। ताकि समाज के हर वर्ग तक सही संदेश जाए। ऐसा नहीं हुआ तो कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने में देर नहीं लगेगी।