नाशिक. पायनियर अस्पताल के डॉक्टरों ने 37 वर्षीय महिला के गर्भाशय से 3.5 किलो का ट्यूमर निकालकर उसे जीवनदान दिया। इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए डॉ. निलेश पूरकर ने कहा कि येवला निवासी मुक्ता परलकर एक साल से हृदय वॉल से परेशान थी। साथ ही उनके गर्भाशय में ट्यूमर था।
उनकी आर्थिक स्थिति खराब होने से वह ऑपरेशन नहीं कर पा रही थी। पहले उनके हृदय के वॉल बदलने के लिए जीवनदायी योजना के अंतर्गत ऑपरेशन किया गया। इसके बाद ट्यूमर गांठ निकालने की सलाह दी गई।
ट्रस्ट ने उठाया सर्जरी का पूरा खर्च
जल्द निर्णय न लेने से गर्भाशय में होने वाली गांठ से खून बहने लगा। इसके चले एचबी चार तक कम हो गया। पायनियर अस्पताल में मरीज को दाखिल करने के बाद सबसे पहले हर दिन 4 बोतल खून चढ़ाया गया। धीरे-धीरे मरीज की स्थिति ठीक हुई। सर्जरी का पूरा खर्च दिल-दोस्ती चैरिटेबल ट्रस्ट ने किया। इसके बाद स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. वैशाली अग्रवाल ने सर्जरी करते हुए गर्भाशय से साढ़े 3 किलो ट्यूमर निकाला। सर्जरी के लिए निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. निनाद चोपडे, डॉ. निलेश चव्हाण, डॉ. सुरेश सूर्यवंशी, डॉ. मोहीत चौधरी डॉ. प्रवीण गडसिंह आदि ने योगदान दिया।