बाढ़ में बहा आदित्य ठाकरे ने उद्घाटन किया हुआ पुल

    Loading

    त्र्यंबकेश्वर : कुछ महीने पहले नासिक जिले (Nashik District) के त्र्यंबकेश्वर (Trimbakeshwar) इलाके में पानी की किल्लत की हकीकत सामने आई थी। शेंद्रीपाडा (Shendripada) की महिलाएं (Women) पानी (Water) लाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल रही थीं। सोशल मीडिया पर आदिवासी महिलाओं की फोटो वायरल हो गई। इसके बाद पूर्व पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) ने तुरंत इस पर संज्ञान लिया। वायरल फोटो को देखने के बाद आदित्य ने सीधे सरकारी अधिकारियों को वहां पुल बनाने का आदेश दिया. उसके बाद आदित्य ठाकरे नासिक गए और आदिवासियों (Tribals) को दिए गए नदी पर बने पुल का उद्घाटन किया।

    हरसुल के शेंद्रीपाडा इस आदिवासी क्षेत्र में गर्मी के दिनों में भीषण जल किल्लत निर्माण हुई। इसके बाद महिलाएं 30 फिट खाई पर रखे गए लकड़ी पर चलकर पानी लाने की बात सामने आई थी, जिसका विडिओ सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पूर्व पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने यहां पर लोहे का पुल बनवाया। साथ ही शेंद्री पाडा का दौरा कर तीन महीने में जलापूर्ति योजना के माध्यम से पानी की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया था, लेकिन जलापूर्ति योजना यहां पर नहीं पहुंची। 

    पिछले कुछ दिनों से शुरू झमाझम बारिश के बाद नदी में आई बाढ़ में वह पुल भी बह गया। एक बार फिर यहां की महिलाओं ने 30 फीट खाई पर रखे गए लकड़ी पर चलकर पानी लाने की बात सामने आई है, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।