मानसून के लिए प्रशासन ने कसी कमर

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    नाशिक : मानसून (Monsoon) के मौसम में कोविड-19 (Covid-19) जैसे संक्रामक रोगों के फैलाव को रोकने के लिए जिला प्रशासन (District Administration) ने कमर कस ली है। जिला आपदा नियंत्रण प्राधिकरण (District Disaster Control Authority) ने स्वास्थ्य विभाग (Health Department) को आवश्यक दवा (Essential Medicine), आवश्यक स्टाफ (Essential Staff) और ऑक्सीजन सिस्टम (Oxygen System) उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। जिला आपदा नियंत्रण प्राधिकरण के अनुसार विभाग स्तर पर जिम्मेदारियां निर्धारित कर मानसून के मौसम में जनशक्ति उपलब्ध कराई पर जोर दिया गया है। साथ ही आवश्यक दवाओं और पर्याप्त चिकित्सा सुविधाओं और चिकित्सा दल के साथ एम्बुलेंस को पूरे समय घटनास्थल पर उपलब्ध कराने की योजना बनायी गई है। 

    घटना की गंभीरता और महामारी के प्रसार के आधार पर, एक अच्छी तरह से सुसज्जित चिकित्सा शिविर को मौके पर शुरू करने के लिए टीमों को नियुक्त करने के निर्देश दिए गए हैं। जिला प्रशासन ने आवश्यकतानुसार अन्य चिकित्सा सहायता विशेषज्ञ चिकित्सक, रक्त की बोतलें, दवाएं, चिकित्सा उपकरण आदि उपलब्ध कराकर फाइल तैयार करने के भी निर्देश दिए हैं। 

    बैटरी बैकअप और वैकल्पिक विद्युत प्रणाली होनी चाहिए

    इस बात का ध्यान रखा जाए कि मानसून के मौसम में टीकाकरण अभियान कोविड-19 से प्रभावित न हो। साथ ही अगर भारी बारिश और चक्रवात के कारण कोविड केंद्रों और अस्पतालों से मरीजों को निकालने का समय हो तो वैकल्पिक व्यवस्था की योजना बनाने पर जोर देते हुए रोगी निकासी भवन में ऑक्सीजन प्रणाली अप टू डेट रखने को कहा गया है। बैटरी बैकअप और वैकल्पिक विद्युत प्रणाली होनी चाहिए। जिला आपदा नियंत्रण प्राधिकरण ने भी स्वास्थ्य अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए अत्यधिक सावधानी बरतने का निर्देश दिया है कि बारिश से रोगी सेवाओं पर असर न पड़े। 

    पेयजल की समय-समय पर जांच की जाए

    इसी प्रकार कोविड केन्द्रों को रोगी और श्रवण सेवाएं प्रदान करने के साथ-साथ बाढ़ पीड़ितों के लिए तत्काल चिकित्सा देखभाल और आवश्यक दवाओं का भंडार रखने के भी निर्देश साथ ही सभी अस्पतालों की साफ-सफाई की जाए, पीने के पानी के सैंपल की समय-समय पर जांच की जाए और जांच रिपोर्ट प्राधिकरण को सौंपी जाए। पोस्टमार्टम रिपोर्ट, मानव शरीर निपटान योजना भी तैयार रहने के लिए कहा गया है। टीकाकरण, महामारी नियंत्रण, भोजन, पानी की आपूर्ति, स्वच्छता, अपशिष्ट निपटान और राहत संगठनों की आपूर्ति प्रदान करने वाले धर्मार्थ संगठनों की एक व्यापक सूची संकलित करने के लिए कहा गया है। 

    जिले में ब्लड बैंकों के साथ समन्वय कर पर्याप्त रक्त आपूर्ति बनाए रखने की योजना बनाई जाए। मानसून के मौसम में नागरिकों को तत्काल सूचना और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए अस्पतालों में सूचना केंद्र और नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जाने चाहिए। मानसून के मौसम में सामान्य और ग्रामीण अस्पतालों, शहर के संभागीय अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में आवश्यक जनशक्ति के साथ अतिरिक्त बिस्तर उपलब्ध कराए जाएं। जिला आपदा नियंत्रण प्राधिकरण ने भी स्वास्थ्य विभाग को जिला आपदा नियंत्रण कक्ष से प्राप्त संदेश पर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।